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महाराष्ट्र के नागपुर में समृद्धि एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा के पास एक तेंदुआ तार की बाड़ में फंस गया, जिससे आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। रविवार को वन विभाग की तत्परता से इस तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जानवर को मामूली चोटें आई थीं और उसे तुरंत गोरेवाड़ा ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर में इलाज के लिए भेजा गया।

फेंसिंग में फंसा तेंदुआ, वन विभाग को मिली सूचना

यह घटना नागपुर के बुटीबोरी वन क्षेत्र के अंतर्गत आती है। वन विभाग को फोन पर सूचना मिली कि समृद्धि महामार्ग के नीचे बने वन्यजीव अंडरपास के पास एक खेत की तारबंदी में एक तेंदुआ फंसा हुआ है। सूचना मिलते ही सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर की रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने हालात का जायजा लेने के बाद तेंदुए को बेहोश किए बिना उसे रेस्क्यू करने का निर्णय लिया।

कैचपोल की मदद से हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

रेस्क्यू टीम ने विशेष उपकरण ‘कैचपोल’ का इस्तेमाल कर तेंदुए के सामने के पंजे और गर्दन को सावधानी से पकड़ा और उसे धीरे-धीरे फेंसिंग से अलग किया। इस दौरान तेंदुए को कोई गंभीर चोट न पहुंचे, इसका विशेष ध्यान रखा गया। जानवर को पकड़ने के बाद उसे हाईवे पर खड़ी वन विभाग की एंबुलेंस में रखा गया और प्राथमिक उपचार के लिए गोरेवाड़ा ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर भेजा गया।

स्थानीय लोगों ने निभाई अहम भूमिका

घटना की जानकारी सबसे पहले स्थानीय नागरिकों ने दी थी, जिन्होंने तेंदुए को बाड़ में फंसा देखा और तत्काल बुटीबोरी वन परिक्षेत्र को सूचित किया। उनकी सतर्कता और वन विभाग की फुर्तीले रवैये की वजह से तेंदुए को सुरक्षित बचाया जा सका। यह पूरी घटना समृद्धि एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट टोल बूथ के पास हुई थी, जहां से मुंबई की ओर जाने वाले मार्ग के नीचे अंडरपास स्थित है।

वन विभाग की ओर से बयान

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फेंसिंग के तारों में फंसने से तेंदुए को मामूली चोटें आई थीं, लेकिन उसकी स्थिति स्थिर है। उसे बेहोश किए बिना सुरक्षित निकालना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन रेस्क्यू टीम ने संयम और तकनीकी दक्षता से यह कार्य पूरा किया। फिलहाल तेंदुए का इलाज ट्रांजिट सेंटर में चल रहा है और उसकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है।