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Up kiran,Digital Desk : आपने फिल्म 'धुरंधर' का यह डायलॉग तो सुना होगा - ‘रहमान डकैत की दी हुई मौत बड़ी कसाईनुमा होती है’. जब अक्षय खन्ना इसे बोलते हैं, तो किरदार में एक खौफ नज़र आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह किरदार किसी फिल्मी कहानी से नहीं, बल्कि एक असली, खूंखार गैंगस्टर की जिंदगी से उठाया गया है?

उसका नाम था रहमान डकैत. पाकिस्तान के ल्यारी इलाके का वो नाम, जो एक ही वक्त में खौफ और मोहब्बत की निशानी था। सिर्फ 29 साल की उम्र तक जिंदा रहा, लेकिन उसकी कहानी ऐसी है कि आज भारत में उस पर फिल्म बन रही है।

जब 13 साल के लड़के ने कर दिया पहला कत्ल

रहमान के पिता खुद ड्रग्स तस्करी करते थे, तो ज़ाहिर है, उसे विरासत में जुर्म ही मिला। जब वो सिर्फ 13 साल का था, तब उसने अपना पहला कत्ल कर दिया था। कहानी और भी खौफनाक तब हो जाती है जब सुनने में आता है कि 15 की उम्र में उसने अपनी ही माँ को मार डाला। इसके पीछे दो वजहें बताई जाती हैं - कुछ कहते हैं कि उसे अपनी माँ पर दूसरे गैंग से रिश्ता होने का शक था, तो कुछ का मानना है कि उसकी माँ ने पुलिस को कोई खबर दे दी थी। हालांकि, यह बात कभी साबित नहीं हो सकी।

तो फिर वो गरीबों का 'रॉबिन हुड' क्यों था?

अब सवाल यह उठता है कि एक ऐसा इंसान जो इतनी बेरहमी से कत्ल करता था, उसे उसी के इलाके के लोग 'रॉबिन हुड' क्यों मानते थे?

इसका जवाब उसकी दोहरी जिंदगी में छिपा है। एक तरफ वो किडनैपिंग, ड्रग्स, smuggling और अवैध हथियारों का कारोबार चलाता था। वहीं दूसरी तरफ, वो अपने इलाके ल्यारी में स्कूल और अस्पताल बनवाता था। गरीबों की बेटियों की शादी कराता और उनकी हर ज़रूरत में मदद करता। वो लोगों के दिलों पर राज करना चाहता था, खौफ से नहीं। वो सामने से मसीहा था और पर्दे के पीछे शैतान।

एक रहस्यमयी मौत

रहमान डकैत का दबदबा इतना बढ़ गया था कि उसका राजनीति में भी दखल था और उसे पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के करीब भी देखा गया था। शायद यही बात उसके दुश्मनों को पसंद नहीं आई। 2009 में एक पुलिस एनकाउंटर में उसे मार दिया गया।

लेकिन उसकी मौत भी एक रहस्य बन गई। ऑटोप्सी रिपोर्ट में पता चला कि उसे सिर्फ 3 फीट की दूरी से गोली मारी गई थी, जबकि पुलिस एनकाउंटर इतनी करीब से नहीं होते। कई लोगों का मानना है कि उसे साज़िश के तहत रास्ते से हटाया गया था।

रहमान डकैत की कहानी एक ऐसे अपराधी की है जो शैतान भी था और मसीहा भी, और शायद यही वजह है कि आज भी लोग उसकी कहानी में इतनी दिलचस्पी लेते हैं।