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new bill: पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने गुरुवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को 'धर्मनिरपेक्षता विरोधी' करार देते हुए दावा किया कि यह मुसलमानों के अधिकारों को छीन लेगा। विधानसभा में बोलते हुए बनर्जी ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार ने इस मामले पर राज्यों से परामर्श नहीं किया।

उन्होंने कहा कि ये बिल एक धर्म के खिलाफ है। यह विधेयक संघीय व्यवस्था और धर्मनिरपेक्षता विरोधी है। ये एक खास वर्ग को बदनाम करने का जानबूझकर किया गया प्रयास है। हम किसी भी धर्म पर किसी भी तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस विधेयक के जरिए मुस्लिमों के अधिकारों को छीना जा रहा है। वक्फ को विकास के लिए सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिंदू भी दान करते हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। मेरे सांसदों ने विरोध किया था और संयुक्त समिति का बहिष्कार किया गया था तथा जेपीसी की बैठक रद्द कर दी गई थी। स्पष्ट रूप से राज्य के साथ कोई परामर्श नहीं हुआ है।

CM ने कहा कि "अगर किसी धर्म पर हमला हुआ है तो वह इसकी पूरी तरह निंदा करेंगी।" उन्होंने कहा, "अगर किसी भी धर्म पर हमला हुआ है, चाहे वह किसी भी देश का हो, हम इसकी निंदा करते हैं। इस विधेयक के जरिए मुस्लिमों के अधिकारों को छीना जा रहा है।"

विपक्षी दलों ने प्रस्तावित संशोधनों की आलोचना की

विपक्षी दलों ने मौजूदा वक्फ अधिनियम में प्रस्तावित संशोधनों की कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि ये मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने दावा किया है कि संशोधनों से वक्फ बोर्डों के कामकाज में पारदर्शिता आएगी और वे जवाबदेह बनेंगे।

 

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