Up Kiran, Digital Desk: भारतीय टेलीविजन के इतिहास में एक ऐसा नाम, जिसने पूरे एक दशक तक करोड़ों घरों में अपनी जगह बनाई, 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' ने अपने 25 साल पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर शो की मुख्य अभिनेत्री और अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ-साथ दूरदर्शी निर्माता एकता कपूर भी भावुक हो उठीं और उन्होंने इस सफर को याद करते हुए अपनी नॉस्टैल्जिक भावनाएं साझा कीं।
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' (Kyuki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi) सिर्फ एक धारावाहिक नहीं था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक आंदोलन था जिसने भारतीय परिवारों के रिश्तों, संस्कारों और मूल्यों को एक नए ढंग से पेश किया। तुलसी वीरानी के रूप में स्मृति ईरानी का किरदार घर-घर में इतना लोकप्रिय हुआ कि वह हर भारतीय बहू और माँ का चेहरा बन गईं। उनके आदर्शों, संघर्षों और पारिवारिक प्रतिबद्धताओं ने दर्शकों के दिलों को छू लिया था।
एकता कपूर, जिन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स के तहत इस शो का निर्माण किया था, ने सोशल मीडिया पर इस मील के पत्थर को याद करते हुए अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया। उन्होंने शो से जुड़ी यादें साझा कीं और उन सभी कलाकारों, क्रू मेंबर्स और दर्शकों को धन्यवाद दिया जिन्होंने इसे इतना सफल बनाया। एकता ने बताया कि कैसे यह शो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और इसने भारतीय टेलीविजन को एक नई दिशा दी।
आज केंद्रीय मंत्री के रूप में व्यस्त होने के बावजूद, स्मृति ईरानी ने भी इस अवसर पर अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। उन्होंने 'तुलसी' के किरदार और 'विरानी परिवार' के साथ अपने जुड़ाव को याद किया। उनके लिए यह सफर सिर्फ एक शो का नहीं, बल्कि एक पहचान का सफर था जिसने उन्हें एक अभिनेत्री से लेकर एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में स्थापित किया।
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' ने कई सितारों को जन्म दिया और भारतीय टेलीविजन पर प्राइम टाइम ड्रामा के लिए एक नया बेंचमार्क स्थापित किया। 25 साल बाद भी, यह शो अपनी लोकप्रियता और विरासत के लिए जाना जाता है, जो आज भी पुरानी पीढ़ी को अपने टेलीविजन के सुनहरे दिनों की याद दिलाता है। यह यकीनन भारतीय मनोरंजन जगत के सबसे सफल और प्रभावशाली शो में से एक है

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