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Up Kiran, Digital Desk: अगर आप अपना घर बनाने का सपना देख रहे हैं या कंस्ट्रक्शन के काम से जुड़े हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत ज़रूरी है. देश में सीमेंट की कीमतों में एक बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. एक तरफ जहां अगस्त महीने में सीमेंट के दाम गिरने से लोगों को फौरी राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर लंबी अवधि में तस्वीर कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.
फिलहाल क्यों सस्ता हुआ सीमेंट?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त महीने में पूरे भारत में सीमेंट का एक बैग औसतन 6 रुपये सस्ता होकर 354 रुपये पर आ गया है. कीमतों में सबसे ज़्यादा गिरावट पूर्वी भारत के बाजारों, खासकर पटना जैसे शहरों में देखी गई. इसकी मुख्य वजह रही भारी बारिश, त्योहारों का सीजन और मानसून की वजह से निर्माण गतिविधियों का धीमा पड़ जाना. जब काम रुका तो सीमेंट की मांग अपने आप घट गई, जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा.
लेकिन लंबी दौड़ में तो महंगा ही हुआ है
अब कहानी का दूसरा पहलू समझिए. भले ही अगस्त में दाम घटे हों, लेकिन अगर हम पिछले साल इसी महीने से तुलना करें, तो सीमेंट की कीमतें 7% तक बढ़ चुकी हैं. अगस्त 2024 में जो सीमेंट का बैग 330 रुपये का था, वह अब 354 रुपये का मिल रहा है. मतलब, छोटी अवधि की राहत के बावजूद, घर बनाने की लागत साल-दर-साल बढ़ी ही है.
आगे क्या हो सकता है: जानकारों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है. उम्मीद है कि जैसे ही मानसून खत्म होगा और त्योहारी सीजन बीतेगा, कंस्ट्रक्शन के काम में फिर से तेजी आएगी. तब सीमेंट की मांग बढ़ने के साथ ही इसकी कीमतों में भी उछाल देखने को मिल सकता है.
सीमेंट कंपनियों के सामने भी दोहरी चुनौती है. वे GST दरों में संभावित बदलाव से पहले कीमतें बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन बाजार में नई फैक्ट्रियों के आने से सीमेंट की सप्लाई भी बढ़ रही है. इससे कीमतों पर दबाव बना रह सकता है.
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