नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग को सांस की बीमारी के कारण पांच दिन के सख्त लॉकडाउन को लागू करने का आदेश दिया गया है। इस बीच सभी लोगों के घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है. साथ ही प्योंगयांग में मौजूद विदेशी दूतावासों को भी सरकार की गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दिया है।
एक समाचार एजेंसी ने सरकारी अधिसूचना का हवाला देते हुए कहा कि इसमें कोविड-19 का जिक्र नहीं है मगर कहा गया है कि लोगों को रविवार तक घर में ही रहना होगा।
लोगों को अपने शरीर के टेम्परेचर की जानकारी देनी होगी। लॉकडाउन के निर्णय को देखते हुए लोगों ने जरूरी सामान का स्टॉक कर लिया है। अचानक लॉकडाउन की खबर के बाद लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि प्योंगयांग के अलावा अन्य इलाकों में भी लॉकडाउन है या नहीं। नॉर्थ कोरिया में कोरोना के मरीज सामने आए थे। मगर कहा गया कि सरकार ने इस पर काबू पा लिया है. फिर भी कितने लोग कोरोना से संक्रमित हुए। इस संबंध में कोई स्पष्ट आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।
कोविड पीरियड में भी नॉर्थ कोरिया ने अपने आंकड़े छिपाने का काम किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया में कोरोना टेस्टिंग के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं है. मशीनें भी नहीं हैं। ऐसे केसों में प्रतिदिन कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट जारी नहीं की जाती है। कितने लोग बुखार से पीड़ित हैं? उनकी रोजाना रिपोर्ट दी जाती थी। मिली खबर के अनुसार ढाई करोड़ जनसंख्या में से 47.7 लाख लोग बुखार से पीड़ित हैं।
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