
Up Kiran, Digital Desk: भारत में आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन ने एक अप्रत्याशित रणनीति अपनाते हुए इस बार एक गैर-राजनीतिक, गैर-दलीय उम्मीदवार को मैदान में उतारने की तैयारी कर ली है। यह कदम विपक्षी खेमे द्वारा व्यापक सहमति बनाने और सभी दलों के वोट हासिल करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
विपक्ष की रणनीति: सर्वसम्मति के लिए 'गैर-राजनीतिक' दांव
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष द्वारा विचाराधीन उम्मीदवारों की सूची में कई प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। इसमें एक प्रमुख दलित नेता, एक प्रख्यात वैज्ञानिक और यहां तक कि महात्मा गांधी के वंशज का नाम भी चर्चा में है। खास तौर पर, इसरो के पूर्व वैज्ञानिक एम. अन्नादुरई (M. Annadurai), जिन्होंने भारत के चंद्रयान (Chandrayaan) और मंगलयान (Mangalyaan) मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, विपक्ष के संभावित उम्मीदवार के तौर पर उभरे हैं। इस प्रकार के उम्मीदवार को मैदान में उतारकर, विपक्ष न केवल अपनी समावेशी छवि पेश करना चाहता है, बल्कि उन मतदाताओं को भी आकर्षित करने की उम्मीद कर रहा है जो पारंपरिक राजनीति से हटकर कुछ नया देखना चाहते हैं।
यह रणनीति विपक्षी गठबंधन को एक ऐसे उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास है जो किसी एक दल विशेष का न होकर, देश के लिए समर्पित हो और जिसे विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं का समर्थन प्राप्त हो सके।
विपक्ष की बैठक आज: उम्मीदवार पर होगा फैसला
इस महत्वपूर्ण फैसले पर मुहर लगाने के लिए, आज दोपहर 12:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर INDIA गठबंधन के सभी प्रमुख दलों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा, और जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा की उम्मीद है। यह चुनाव 9 सितंबर को होना निर्धारित है।
NDA का उम्मीदवार: CP राधाकृष्णन निर्विरोध चुनाव के लिए तैयार?
वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर अनुभवी नेता सी.पी. राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को मैदान में उतारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सत्ताधारी गठबंधन के सांसदों की एक बैठक में सभी दलों से, विशेष रूप से विपक्ष से, सी.पी. राधाकृष्णन के निर्विरोध चुनाव का समर्थन करने की अपील की। पीएम मोदी ने श्री राधाकृष्णन के लंबे सार्वजनिक सेवा रिकॉर्ड की सराहना की।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और प्रमुख सहयोगियों ने श्री राधाकृष्णन का अभिनंदन भी किया। सूत्रों के अनुसार, वे बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पार्टियों से अपील की है कि वे श्री राधाकृष्णन का समर्थन करें ताकि वे निर्विरोध निर्वाचित हो सकें।
उपराष्ट्रपति की भूमिका और चुनाव का महत्व
उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सभापति के तौर पर भी कार्य करते हैं, और उनका पद देश की राजनीतिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में, विपक्ष का गैर-राजनीतिक उम्मीदवार उतारने का निर्णय इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या विपक्ष का यह दांव सफल होता है और क्या सी.पी. राधाकृष्णन के खिलाफ एक मजबूत चुनौती पेश कर पाता है।
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