भाजपा के मिशन 400 को सफल नहीं होने देंगे भारत गठबंधन के ये 3 मुद्दे!

img

मोदी, शाह और योगी के अलावा कई मशहूर लोग बीजेपी के लिए प्रचार अभियान कर रहे हैं। दूसरी तरफ भारत गठबंधन भी शुरूआती सुस्ती के बाद अब मोर्चे पर आक्रामक हो गया है. 2024 इलेक्शन में नरेंद्र मोदी के पास मौका है कि वो देश के पहले पीएम नेहरू के सबसे ज्यादा दिनों तक देश के प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ सकें। बीजेपी इसके लिए दिन रात एक किए हुए हैं. पीएम मोदी के मिशन 400 पार के लिए साम-दाम-दंड-भेद सभी लेवल पर काम हो रहा है। लेकिन विपक्ष के तीन मुद्दे बीजेपी के 400 पार मिशन पर पानी फेर सकते हैं। आईये जानते हैं-

पहला मुद्दा- भारत गठबंधन इस बात का नरेटिव सेट करने में कामयाब हुआ है कि सरकार आरक्षण खत्म करने वाली है। कहीं आप नेता संजय सिंह, राहुल, डिंपल यादव, अखिलेश यादव, प्रियंका जैसे सारे नेताओं ने इस दौर में ऐसे बयान दिए हैं जिसका अभिप्राय है कि बीजेपी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में आरक्षण को खत्म करने का मन बना रही है। तो वहीं, बीजेपी जिस प्रकार इस मुद्दे पर सफाई देने लगी है उससे यही लगता है कि इंडिया गठबंधन बीजेपी को घेरने में कामयाबी रही है।

दूसरा मुद्दा- अचानक बीते कई में देश में संविधान बचाने की बात दोनों पक्षों से होने लगी है. एक ओर विपक्ष ये नरेटिव सेट कर रहा है कि मोदी एंड कंपनी 400 पार का नारा इसलिए लगा रही है कि देश में बहुत से कानूनों को बदला जा सके. विपक्ष ने बहुत ही संगठित तरीके से इस बात को आम लोगों के बीच फैलाया गया है. ताजे सर्वे में भी यह बात सामने आई कि गांव गली और मोहल्ले में ये बात मुद्दा बन रहा है कि ईडी- सीबीआई का सरकार गलत इस्तेमाल कर रही है।

तीसरा मुद्दा- भाजपा के लिए 2014 और 2019 के इलेक्शनों में कभी बसपा तो कभी AIMIM के उम्मीदवारों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाकर बीजेपी को बहुत सी सीटों पर फायदा पहुंचाया. किंतु, इस बार असदुद्दीन ओवैसी और मायावती से इस तरह का फेवर मिलता नहीं दिख रहा है .विपक्ष इन दोनों नेताओं पर बीजेपी की बी टीम होने का इल्जाम लगाता रहा है। किंतु, इस बार ये दोनों फैक्टर मिस हैं। ओवैसी ने पहले कहा था कि वो यूपी मे 34 और बिहार में 40 उम्मीदवार खड़ा करेंगे. पर अब AIMIM का केवल एक प्रत्याशी बिहार के किशनगंज में दिख रहा है. उसी प्रकार बसपा पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वी यूपी तक करीब डेड़ दर्जन उम्मीदवार ऐसे खड़े किए हैं जो सीधे-सीधे भारतीय जाता पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

Related News