img

Richest Temples: भारत के मंदिर न केवल धार्मिक स्थान हैं, बल्कि ये भारतीय संस्कृति, इतिहास और कलात्मकता के प्रतीक भी हैं। यहाँ की वास्तुकला, परंपराएँ और धार्मिक अनुष्ठान विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों के बीच एकता का प्रतीक हैं। मंदिरों की यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव देती है, बल्कि ये भारतीय सभ्यता के विकास और विविधता को भी दर्शाती है। आज हम आपको 7 अमीर मंदिर के बारे में बताएंगे और पहले वाले की नेटवर्थ जानकर आपको बहुत हैरानी होगी।

पुरी का जगन्नाथ मंदिर सूची में सातवें स्थान पर है। उनकी नेट वर्थ 150 करोड़ है. पुरी का जगन्नाथ मंदिर सूची में सातवें स्थान पर है। उनकी नेट वर्थ 150 करोड़ है।

महाराष्ट्र का सिद्धिविनायक मंदिर 200 करोड़ की संपत्ति के साथ छठे स्थान पर है। लिस्ट में पांचवां नाम वैष्णो देवी मंदिर का है। जिनकी कुल संपत्ति 500 ​​करोड़ है।

शिरडी का साईंबाबा मंदिर 1800 करोड़ की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर है। तीसरे स्थान पर अमृतसर का स्वर्ण मंदिर है। जिनकी कुल संपत्ति 2000 करोड़ है। दूसरे स्थान पर केरल का श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर है। उनकी नेटवर्थ 1 लाख 20 हजार करोड़ बताई जाती है।

पहले नंबर पर आंध्र प्रदेश का तिरुमाला तिरुपति मंदिर है। इस मंदिर की कुल संपत्ति 2.5 लाख करोड़ है।

आपको बता दें कि देश के मंदिर न केवल धार्मिक स्थल हैं बल्कि ये सांस्कृतिक धरोहर, इतिहास और कला के शानदार उदाहरण भी हैं। यहाँ की विविधता, परंपराएँ, और आस्था के प्रतीक इन मंदिरों को विशेष बनाते हैं। इन स्थलों की यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव देती है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की गहराई और समृद्धि का अनुभव कराने का एक मौका भी है। भारत की विविधता और धार्मिक सहिष्णुता को दर्शाते हुए ये मंदिर हमारे समाज में एक अहम स्थान रखते हैं।

नोट- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। मंदिरों का नेटवर्थ आगे पीछे भी हो सकता है। 
 

--Advertisement--