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Up Kiran, Digital Desk: हमारे जीवन में रसोई का स्थान बेहद अहम है। इसे केवल खाना पकाने की जगह ही नहीं बल्कि घर की समृद्धि और खुशहाली का केंद्र भी माना जाता है। वास्तु शास्त्र और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार रसोई का वातावरण यदि सही नहीं रहता तो यह पूरे घर की ऊर्जा पर नकारात्मक असर डाल सकता है। आज हम जानेंगे कि रसोई में किन चीजों को रखना वर्जित माना गया है ताकि घर में शांति और समृद्धि बनी रहे।
टूटे और पुराने बर्तन: घर में दरिद्रता का संकेत
क्या आपकी रसोई में कभी कोई टूटा हुआ बर्तन पड़ा हुआ है जैसे जला हुआ तवा फटी हांडी या चटका हुआ पतीला? वास्तु के अनुसार ऐसे बर्तन घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं और दरिद्रता को आमंत्रित करते हैं। इसके अलावा ऐसे बर्तन मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह का कारण भी बन सकते हैं। इन्हें तुरंत हटाना और ठीक करना बेहद जरूरी है ताकि घर में शांति और समृद्धि बनी रहे।
पुराना या गंदा तेल: स्वास्थ्य और समृद्धि पर असर
कई घरों में पुराने तेल का पुनः उपयोग किया जाता है लेकिन यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह अपवित्र भी माना जाता है। पुराने तेल का इस्तेमाल घर में बेचैनी और आर्थिक संकट को जन्म दे सकता है। इसलिए रसोई में हमेशा ताजे तेल का ही उपयोग करें और पुराने तेल को तुरंत हटा दें।
सड़े हुए मसाले और अनाज: ऊर्जा में ठहराव
किचन में सड़े हुए मसाले एक्सपायर्ड अनाज या दालें रखना रसोई में नकारात्मकता को बढ़ावा देता है। ये बासी और सड़ी हुई चीजें न केवल दुर्गंध फैलाती हैं बल्कि घर के भीतर आर्थिक ठहराव का कारण भी बन सकती हैं। ऐसे मसाले और अनाज रसोई के वातावरण को अशुद्ध कर देते हैं और लक्ष्मी के वास में विघ्न डालते हैं। इसलिए समय-समय पर रसोई की सफाई और छंटनी जरूरी है।
झाड़ू और गंदे कपड़े: वास्तु दोष का कारण
रसोई में झाड़ू गंदे कपड़े या पोछा रखने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है। रसोई को एक पवित्र स्थान माना गया है जहां केवल साफ-सुथरी वस्तुएं होनी चाहिए। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इसे रसोई में रखने से नकारात्मकता और दरिद्रता का आगमन हो सकता है। इससे बचने के लिए रसोई को हमेशा स्वच्छ रखें और इन चीजों को वहां से हटा दें।
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