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आज के समय में हमारी खराब खान-पान की आदतों ने शरीर के सबसे जरूरी अंगों — किडनी, हार्ट और लिवर — को बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया है। तली-भुनी चीजें, अधिक तैलीय खाना और प्रोसेस्ड फूड शरीर में विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन्स) जमा कर देते हैं, जिससे हाई यूरिक एसिड, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और थायराइड जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।

जब शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं, तो किडनी का फिल्टर सिस्टम कमजोर होने लगता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस स्थिति से बचने और किडनी की सफाई को बेहतर बनाने के लिए बाबा रामदेव ने कुछ खास आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सुझाव दिया है, जिनका नियमित सेवन कर आप बॉडी को अंदर से डिटॉक्स कर सकते हैं।

किडनी की फिल्टर क्षमता बढ़ाने वाली रामदेव बाबा की बताई जड़ी-बूटियां

1. गोखरू: किडनी के लिए चमत्कारी जड़ी-बूटी

गोखरू का नाम आयुर्वेद में एक बेहद प्रभावशाली औषधि के रूप में लिया जाता है। इसकी विशेषता यह है कि यह किडनी की सेहत को बहाल करने और उसके फिल्टर फंक्शन को सुधारने में मदद करता है।

गोखरू के रस में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में ऑक्सलेट, फॉस्फेट और कैल्शियम की अतिरिक्त मात्रा को कम करते हैं।

इसके नियमित सेवन से ब्लड यूरिया नाइट्रोजन, यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के स्तर में गिरावट देखी जा सकती है।

गोखरू पेशाब के जरिए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है और किडनी स्टोन के खतरे को भी कम करता है।

कैसे इस्तेमाल करें:
गोखरू का काढ़ा बनाकर पीना सबसे प्रभावी तरीका है। रोजाना सुबह खाली पेट 20-30 मिलीलीटर गोखरू रस का सेवन लाभकारी रहता है।

2. पुनर्नवा: यूरिक एसिड को नैचुरली कंट्रोल करें

पुनर्नवा एक और शक्तिशाली जड़ी-बूटी है, जो किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाने और शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है।

पुनर्नवा के सेवन से यूरिक एसिड का स्तर नैचुरली कम होता है, क्योंकि यह पेशाब के माध्यम से अतिरिक्त यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।

इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायक हैं।

पुनर्नवा शरीर में पानी के संतुलन को भी नियंत्रित करता है और मूत्रवर्धक प्रभाव से शरीर को डीटॉक्स करता है।

कैसे इस्तेमाल करें:
पुनर्नवा की जड़ का चूर्ण या काढ़ा बनाकर दिन में एक या दो बार सेवन किया जा सकता है। बाजार में पुनर्नवा अर्क भी उपलब्ध है, जो सीधे सेवन के लिए उपयुक्त है।

3. चंद्रप्रभा वटी: सम्पूर्ण बॉडी डिटॉक्स के लिए श्रेष्ठ

चंद्रप्रभा वटी एक क्लासिक आयुर्वेदिक फॉर्मूला है, जो कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लाभकारी है।

इसके सेवन से शरीर में यूरिया, क्रिएटिनिन और अन्य विषाक्त पदार्थों के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।

चंद्रप्रभा वटी पेट की समस्याओं को भी दूर करती है, जिससे गट हेल्थ बेहतर होता है।

यह मूत्राशय को मजबूत बनाती है और मूत्र संबंधी विकारों में राहत देती है।

कैसे इस्तेमाल करें:
आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर चंद्रप्रभा वटी की 1-2 गोलियां दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ ली जा सकती हैं।

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