
Important Lessons for Economic Prosperity: महाभारत के महान ज्ञानी और रणनीतिकार विदुर का स्थान भारतीय इतिहास में बहुत जरूरी है। वे पांडु और धृतराष्ट्र के सौतेले भाई थे और महर्षि वेद व्यास से नियोग प्रथा द्वारा जन्मे थे। हालांकि इन तीनों भाइयों ने अपने-अपने तरीके से इतिहास में अहम भूमिका निभाई, विदुर का स्थान और सम्मान अपनी नीतियों और जीवन दृष्टिकोण के कारण हमेशा सर्वोच्च रहा है। उनके विचार और नीतियां आज भी काम आती हैं और हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। उन्होंने उन लोगों के बारे में बताया कि जिनके पास कभी धन नहीं टिकता।
विदुर नीति के अनुसार, वे लोग जिनके पास स्वच्छता का ध्यान नहीं होता, जिनके कपड़े मैले होते हैं और जो अपने शरीर की सफाई पर ध्यान नहीं देते उनकी जेब कभी भरी नहीं रहती। ये लोग कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी गरीब के गरीब ही रहते हैं।
बहुत ज्यादा खाने वाले लोग हमेशा आर्थिक तंगी से जूझते हैं। ऐसे लोग अपनी भूख पर नियंत्रण नहीं रख पाते और स्वास्थ्य, अनुशासन तथा धन की बचत को नजरअंदाज करते हैं। बहुत ज्यादा भोजन न केवल शरीर के लिए हानिकारक होता है, बल्कि यह आलस्य और निष्क्रियता को भी जन्म देता है। ऐसे लोग अपने कार्यों में रुचि नहीं लेते, जिससे उनकी प्रगति रुक जाती है और वे हमेशा आर्थिक परेशानी में रहते हैं।
विदुर का मानना है कि जो लोग सूर्योदय के बाद तक सोते रहते हैं, वे भी धन की तंगी का सामना करते हैं। आलसी व्यक्ति अवसरों को पहचान नहीं पाता और मेहनत से बचता है। उसका जीवन सुस्ती और समय की बर्बादी में बीत जाता है।