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Up Kiran, Digital Desk: धनतेरस और दिवाली का मौसम मतलब सोने और चांदी की जमकर खरीदारी। हम भारतीय त्योहारों पर सोना खरीदना शुभ मानते हैं, यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। लेकिन इस बार, अक्टूबर के महीने में, सोना खरीदने के इस पारंपरिक तरीके में एक बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला। लोगों ने सुनार की दुकानों से ज्यादा अपने मोबाइल फोन और डीमैट अकाउंट से सोना खरीदा!

जी हां, यह बिल्कुल सच है। हम बात कर रहे हैं गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की, जो इस त्योहारी सीजन में निवेशकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों ने इस बात पर मुहर लगा दी है।

आखिर क्यों भाग रहे हैं लोग 'डिजिटल सोने' की तरफ?

इस बदलाव के पीछे सिर्फ एक नहीं, बल्कि दो बड़ी वजहें हैं।

1. दुनिया में टेंशन, तो सोने में सुकून:


पहली वजह है दुनिया भर में बढ़ता तनाव। जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माहौल बिगड़ता है, जैसे कि इजराइल-हमास के बीच चल रहा संघर्ष, तो दुनियाभर के निवेशक घबरा जाते हैं। वे शेयर बाजार जैसी जोखिम भरी जगहों से अपना पैसा निकालकर सोने जैसी 'सुरक्षित' और 'भरोसेमंद' चीज में लगा देते हैं। सोने को हमेशा से ही एक 'सेफ हेवन' यानी 'सुरक्षित पनाहगाह' माना गया है। अक्टूबर में इसी डर ने लोगों को सोने में निवेश करने के लिए प्रेरित किया।

2. त्योहारों का मौसम और खरीदने में आसानी:


दूसरी और सबसे बड़ी वजह है भारत का त्योहारी सीजन। धनतेरस और दिवाली पर सोना खरीदना हमारी परंपरा का हिस्सा है। लेकिन अब नई पीढ़ी के निवेशक दुकान पर जाकर सोने की शुद्धता जांचने, उसके रख-रखाव की चिंता करने और मेकिंग चार्ज देने के झंझट से बचना चाहते हैं। गोल्ड ईटीएफ उन्हें यह सुविधा देता है कि वे घर बैठे, अपने फोन से, 24 कैरेट शुद्ध सोने में निवेश कर सकें।

क्या है यह गोल्ड ईटीएफ?

अगर आप सोच रहे हैं कि यह गोल्ड ईटीएफ आखिर है क्या बला, तो इसे आसान भाषा में 'डिजिटल सोना' या 'पेपर गोल्ड' समझिए।

इसमें आप पैसा सोने में ही लगाते हैं, लेकिन आपको फिजिकल सोना (जैसे बिस्किट या गहना) नहीं मिलता।

इसके बदले आपको आपके डीमैट अकाउंट में यूनिट्स मिलती हैं, ठीक वैसे ही जैसे किसी कंपनी के शेयर मिलते हैं।

इन यूनिट्स की कीमत सोने के बाजार भाव के साथ-साथ घटती-बढ़ती रहती है।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको 99.5% शुद्ध सोने की गारंटी मिलती है, चोरी या गुम होने का कोई डर नहीं होता और आप इसे जब चाहें, बाजार के भाव पर एक क्लिक में बेच सकते हैं।

आंकड़े क्या कहते हैं?

AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर के महीने में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में 800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का नया निवेश किया है। यह दिखाता है कि लोग अब फिजिकल सोने के मुकाबले निवेश के इस नए और स्मार्ट तरीके को कितना पसंद कर रहे हैं।

तो अगली बार जब आप सोना खरीदने की सोचें, तो एक बार इस 'डिजिटल सोने' के बारे में जरूर विचार कीजिएगा। यह न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि आज के दौर का सबसे स्मार्ट तरीका भी है।