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Up Kiran, Digital Desk: महिला वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफ़ाइनल में जब भारत 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरा, तो हर किसी की साँसें अटकी हुई थीं। लेकिन दो लड़कियों कप्तान हरमनप्रीत कौर और युवा सनसनी जेमिमा रोड्रिग्स ने मिलकर जो किया वह अब इतिहास बन चुका है। इस यादगार जीत के बाद भारतीय महिला क्रिकेट की लेडी तेंदुलकर' और पूर्व कप्तान मिताली राज ने ख़ास तौर पर जेमिमा की बल्लेबाज़ी की तारीफ़ में ज़मीन-आसमान एक कर दिए हैं।

मिताली राज, जो अपने शांत और calculative दिमाग़ के लिए जानी जाती जेमिमा की पारी देखकर इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि इस जीत का सबसे बड़ा श्रेय जेमिमा के उस शानदार शतक को जाता है, जिसने पूरी भारतीय पारी को एक मज़बूत धागे में बाँधे रखा।

जेमिमा ने टीम को बिखरने नहीं दिया

एक इंटरव्यू में बात करते हुए मिताली ने कहा, "इतने बड़े रन चेज़ में सबसे ज़रूरी होता है कि कोई एक बल्लेबाज़ चट्टान की तरह खड़ा रहे। जेमिमा ने आज वही काम किया। उसने न सिर्फ़ रन बनाए, बल्कि पूरी पारी को एक साथ जोड़े रखा (held the innings together) और टीम को जीत की दहलीज़ के पार ले गई।"

उन्होंने ख़ास तौर पर उस दबाव की तारीफ़ की जिसे जेमिमा ने बहुत ही ख़ूबसूरती से झेला। मिताली ने कहा:

  • हिसाब से की बल्लेबाज़ी: "उसने आते ही बड़े शॉट नहीं खेले। उसने स्थिति को समझा, स्ट्राइक रोटेट की और ख़राब गेंदों का इंतज़ार किया। एक युवा खिलाड़ी में इतनी समझदारी देखना कमाल की बात है।"
  • हरमनप्रीत को दिया सहारा: "जेमिमा ने दूसरी तरफ़ से हरमनप्रीत को खुलकर खेलने की पूरी आज़ादी दी। उसकी वजह से ही हरमनप्रीत अपना नेचुरल गेम खेल पाईं और ऑस्ट्रेलिया पर पलटवार कर सकीं।"

सिर्फ़ एक पारी नहीं, यह है भविष्य की झलक

मिताली का मानना है कि जेमिमा की यह पारी सिर्फ़ एक शतक नहीं बल्कि यह भारतीय महिला क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की एक झलक है। उन्होंने कहा कि यह पारी दिखाएगी कि अब भारतीय टीम बड़े से बड़े लक्ष्य से भी नहीं डरती और किसी भी परिस्थिति से मैच जीत सकती है।

जब मिताली राज जैसी दिग्गज खिलाड़ी किसी युवा खिलाड़ी के बारे में इतने बड़े शब्द कहे, तो यह अपने आप में किसी ट्रॉफी से कम नहीं होता। जेमिमा की इस पारी ने न सिर्फ़ भारत को फ़ाइनल में पहुँचाया बल्कि उसे मिताली राज जैसी महान खिलाड़ी का भी दिल जीत लिया है।