Up Kiran, Digital Desk: साल के बाकी महीनों की तरह मार्गशीर्ष (या अगहन) का महीना भी आता है, पर यह कुछ खास है! यह हिंदू धर्म में एक बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है, जो आते ही हमारे आस-पास एक आध्यात्मिक माहौल बना देता है. कहते हैं, यह महीना भगवान श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय है. अगर आप अपनी ज़िंदगी में सुख-शांति चाहते हैं, मनचाहा जीवनसाथी ढूंढ रहे हैं, या बस कुछ अच्छा करने की सोच रहे हैं, तो यह महीना आपके लिए वरदान साबित हो सकता है.
आइए जानते हैं कि क्यों इतना ख़ास है मार्गशीर्ष का यह महीना और इसमें हमें कौन से ऐसे काम करने चाहिए, जो हमें सीधा श्रीकृष्ण से जोड़ दें!
श्रीकृष्ण ने कहा: मैं ही हूँ मार्गशीर्ष
अगर आपको याद हो, तो 'श्रीमद्भगवद्गीता' में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था, "मासानां मार्गशीर्षोऽहम्" – यानी मैं महीनों में मार्गशीर्ष हूँ. बस! इसी एक बात से आप इसकी पवित्रता का अंदाज़ा लगा सकते हैं. यह पूरा महीना भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति, आराधना और उनके स्वरूपों को समर्पित होता है. इस दौरान सच्चे मन से की गई पूजा का फल कई गुना ज्यादा मिलता है.
इस महीने के कुछ ख़ास दिन
1. गीता जयंती: ज्ञान और धर्म का महासंगम
मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को 'गीता जयंती' मनाई जाती है. यह वही दिन है, जब कुरुक्षेत्र के युद्ध मैदान में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का अमर संदेश दिया था. यह ज्ञान हमें जीवन की हर चुनौती का सामना करने की प्रेरणा देता है. इस दिन गीता पाठ करने या गीता सुनने से व्यक्ति के मन में सकारात्मकता आती है और जीवन की दिशा सही होती है.
2. मोक्षदा एकादशी: मुक्ति का रास्ता
जिस दिन गीता जयंती होती है, उसी दिन 'मोक्षदा एकादशी' भी मनाई जाती है. जैसा कि नाम से ही साफ है, मोक्षदा एकादशी व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह व्रत जीवन को सही राह दिखाता है और आत्मिक शांति देता है.
3. कात्यायनी व्रत: मनचाहा जीवनसाथी पाने का उपाय
जिन लड़कियों या महिलाओं की शादी में रुकावट आ रही हो या वे मनचाहा जीवनसाथी पाना चाहती हों, उनके लिए मार्गशीर्ष का महीना बहुत ख़ास होता है. इस महीने में माँ कात्यायनी की विशेष पूजा का विधान है. 'कात्यायनी व्रत' करने से देवी माँ प्रसन्न होती हैं और भक्त की विवाह से जुड़ी सभी इच्छाएँ पूरी करती हैं. माना जाता है कि इसी व्रत को भगवान श्रीकृष्ण को पाने के लिए गोपियों ने भी किया था.
इस महीने में और क्या-क्या करना चाहिए?
- पवित्र स्नान और दान: इस महीने में पवित्र नदियों या सरोवरों में स्नान करने का बहुत महत्व बताया गया है. अगर संभव न हो, तो घर पर नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं. साथ ही, ज़रूरतमंदों को दान-दक्षिणा देना भी बहुत पुण्य का काम माना जाता है.
- श्रीकृष्ण की भक्ति: जितना हो सके भगवान श्रीकृष्ण के नाम का जाप करें. मंदिर जाएँ, उनकी आरती करें, और उनसे जुड़े भजनों को सुनें. यह आपके मन को शांत और शुद्ध रखेगा.
- पितरों का तर्पण: इस महीने में अपने पितरों (पूर्वजों) के लिए तर्पण और श्राद्ध करना भी शुभ माना जाता है, जिससे उन्हें शांति मिलती है और आपका परिवार भी सुखी रहता है.
तो इस मार्गशीर्ष के महीने में, इन ख़ास बातों का ध्यान रखें. आप देखेंगे कि आपके मन में एक अलग ही ऊर्जा और शांति आएगी. शायद यही वो महीना हो, जो आपकी ज़िंदगी को एक नई और सकारात्मक दिशा दे दे!
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