img

bulldozer action: गुजरात सरकार ने अतिक्रमण के खिलाफ एक अहम कदम उठाया है, खास तौर पर सोमनाथ मंदिर के पास सरकारी जमीन के मामले में जो सालों से अवैध निर्माण से ग्रसित है। इस जमीन पर पचास से ज्यादा इमारतें और धार्मिक स्थल बनाए गए थे। इस क्षेत्र को बहाल करने और सोमनाथ मंदिर की भव्यता को बढ़ाने के लिए सरकार ने सभी अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया।

320 करोड़ रुपए की संपत्ति खाली कराई गई

गुजरात के गिर सोमनाथ में मंदिर के पीछे सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। ये अभियान देर रात शुरू हुआ और पूरे दिन चलता रहा। इसमें 36 बुलडोजर, सैकड़ों ट्रैक्टर और डंपर के साथ-साथ 1,400 पुलिस कर्मियों ने 102 एकड़ जमीन को खाली कराया, जिनमें मस्जिदें और कई इमारत शामिल है।

1.5 किलोमीटर दूर स्थित प्रतिष्ठित सोमनाथ मंदिर के पास 103 एकड़ सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण के कारण पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई हुई, जिससे बड़ी भीड़ जमा हो गई। हालांकि, पुलिस की मजबूत मौजूदगी के कारण भीड़ में खलबली मच गई। अफसरों ने स्पष्टीकरण दिया और सुबह 3 बजे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई।

इस अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत 9 धार्मिक स्थलों के साथ-साथ 45 रिहायशी इमारतों को भी ध्वस्त किया गया। कुल 102 एकड़ भूमि, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 320 करोड़ रुपये है, उसको अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।

नोटिस के बावजूद नहीं मान रहे हैं लोग

जिला मजिस्ट्रेट डीडी जडेजा ने बताया कि सोमनाथ में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन की ओर से बहुत पहले ही नोटिस जारी किए गए थे, मगर इन चेतावनियों के बावजूद जमीन पर कब्जा बना हुआ है।
 

--Advertisement--