
Up Kiran, Digital Desk: टॉलीवुड (Tollywood) के निर्माता के. मुरली (शरथ वर्मा) और बी. आनंद बाबू, जो आगामी फिल्म 'ओका पर्वथी इद्दाराु देवदासु' (Oka Parvathi Iddaru Devadasulu) के पीछे का चेहरा हैं, ने अपने प्रोजेक्ट से जुड़े धोखाधड़ी और विश्वासघात के एक बड़े मामले का खुलासा किया है।
₹2 करोड़ का निवेश और फिल्म के राइट्स की चोरी का आरोप:
मीडिया को संबोधित करते हुए, निर्माताओं ने बताया कि उन्होंने फिल्म के निर्माण में ₹2 करोड़ का निवेश किया था और सभी खर्चों को वहन किया था। जब भुगतान संभव नहीं हो पाया, तो उन्होंने कहा कि 12 सितंबर, 2024 को संबंधित व्यक्ति ने फिल्म के सभी अधिकार, कॉपीराइट और बौद्धिक संपदा अधिकार स्वेच्छा से अपने नाम पर ट्रांसफर कर दिए थे। पोस्ट-प्रोडक्शन और रिलीज कार्य के जारी रहने के दौरान, निर्माताओं ने कहा कि उन्हें अपने अधिकारों का उल्लंघन होते देख सदमा लगा।
राम कृष्ण थोता पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप:
उनके अनुसार, राम कृष्ण थोता ने गलत तरीके से फिल्म के स्वामित्व का दावा किया और उनकी अनुमति के बिना अखबारों में पोस्टर और शीर्षक प्रकाशित किए। निर्माताओं ने कहा, "यह न केवल धोखाधड़ी और विश्वास का उल्लंघन है, बल्कि हमारे कानूनी अधिकारों पर सीधा हमला भी है। वित्तीय नुकसान के साथ-साथ हमारी प्रतिष्ठा को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।"
आपराधिक मामला दर्ज करने की तैयारी:
उन्होंने आगे घोषणा की कि वे IPC की धारा 406 और 420 (आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी) के तहत, साथ ही कॉपीराइट अधिनियम, 1957 के तहत राम कृष्ण थोता के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं।
"अगर असली निवेशकों के अधिकारों की रक्षा नहीं की गई, तो फिल्म उद्योग की नींव हिल जाएगी। यह हमारे खिलाफ एक स्पष्ट साजिश है, जो फिल्म अधिकारों का उल्लंघन करती है," उन्होंने जोर देकर कहा। निर्माताओं की परिषद से हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए, उन्होंने सरकार और पुलिस से कठोर कार्रवाई की मांग की।
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