
दिल्ली – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के खिलाफ दिल्ली के व्यापारियों ने शुक्रवार को बंद का आयोजन किया। इस बंद में दिल्ली के प्रमुख बाजारों जैसे सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, गांधीनगर, नया बाजार, खारी बावली, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, जामा मस्जिद और हौज काजी समेत 100 से ज्यादा बाजार संघ शामिल हुए। इस बंद के चलते दिल्ली के 900 से ज्यादा मार्केट की 8 लाख से ज्यादा दुकानों में कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया। व्यापारियों के अनुसार, इससे लगभग 1500 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ।
दिल्ली का सदर बाजार शुक्रवार को बंद – सड़कों पर सन्नाटा
दिल्ली के सदर बाजार, जो हमेशा चहल-पहल और भीड़-भाड़ से भरा रहता है, शुक्रवार को पूरी तरह से वीरान नजर आया। आमतौर पर जहां दुकानदारों, ग्राहकों और सब्जी विक्रेताओं का तांता लगा रहता है, वहीं इस दिन बाजारों में सन्नाटा था। व्यापारियों के मुताबिक, गांधीनगर का थोक रेडीमेड कपड़ा बाजार, जो एशिया का सबसे बड़ा है, पूरी तरह से बंद रहा। व्यापारी संघ ने बताया कि इस बंद का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी हमले में मारे गए 26 निर्दोष पर्यटकों के लिए न्याय की मांग करना और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करना है।
प्रदर्शन और कैंडल मार्च – आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक विरोध
‘चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री’ (CTI) ने गुरुवार को बंद का आह्वान किया था। इसके अलावा, सीटीआई ने कनॉट प्लेस में कैंडल मार्च भी निकाला, जिसमें व्यापारियों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया और पीड़ितों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा, “यह सिर्फ प्रदर्शन नहीं है, यह आतंकवाद के खिलाफ एक सामूहिक विरोध है। हम सभी इस लड़ाई में एकजुट हैं और पहलगाम में जान गंवाने वालों की याद में यह बंद किया गया है।”
पाकिस्तानी उत्पादों के बहिष्कार की अपील
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए ज्यादातर लोग पर्यटक थे, जो कश्मीर घूमने आए थे। सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यावसायिक संबंध खत्म करने और भारत में पाकिस्तानी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की। उनका कहना था, “हमारे देश के खिलाफ लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों के बाद हमें अब पाकिस्तानी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए।”
2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक हमला
यह हमला 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में सबसे बड़ा और सबसे घातक हमला माना जा रहा है। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। दिल्ली के व्यापारी इस हमले के खिलाफ अपने तरीके से विरोध कर रहे हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की आवाज उठा रहे हैं।
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