
मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के प्रमुख नेता आपस में टकरा गए हैं। ट्रंप ने हाल ही में ईरान को चेतावनी दी कि अगर वह परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करता है, तो अमेरिका उसकी कड़ी प्रतिक्रिया देगा। उन्होंने कहा कि ईरान को यह "ख्वाब" छोड़ देना चाहिए कि वह परमाणु ताकत बन सकता है।
वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी और देश के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप के इस बयान पर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि ट्रंप इस तरह की धमकियों से ईरान को रोक नहीं सकते। उल्टा, इससे ईरान को समर्थन मिल सकता है और कुछ देश भविष्य में उसे परमाणु हथियार भी दे सकते हैं। यह बयान वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन गया है।
मेदवेदेव का कहना है कि ट्रंप की नीतियां क्षेत्र में युद्ध की आग को और भड़का सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका ईरान पर हमला करता है, तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकता है और परमाणु युद्ध का खतरा पैदा हो सकता है।
दूसरी ओर, यूक्रेन ने ट्रंप के रुख की तारीफ की है और कहा है कि उनकी सख्ती सही दिशा में है। यूक्रेन का मानना है कि परमाणु हथियारों का त्याग करना उनकी सबसे बड़ी गलती थी और अब उन्हें इसका नुकसान भुगतना पड़ रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम ने दुनिया भर में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। अमेरिका, रूस, ईरान और अन्य देशों के बीच यह टकराव आने वाले समय में बड़े फैसलों और नई नीतियों का कारण बन सकता है।
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