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Donald Trump reciprocal tariffs: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी अमेरिका फर्स्ट ट्रेड पॉलिसी का तुरुप का पत्ता खेला है। चार अप्रैल से नए जवाबी टैरिफ लागू कर दिए गए हैं, जिनका मकसद अमेरिकी विनिर्माण को पंख लगाना और विदेशी व्यापार के असंतुलन को ठीक करना है। मगर इस बार की स्क्रिप्ट में ट्विस्ट है।

अमेरिका के दो सबसे करीबी व्यापारिक साझेदार व विरोधी, कनाडा और मैक्सिको इस टैरिफ की जद से बाहर रखे गए हैं। ये फैसला जहां कुछ लोगों के लिए राहत है, वहीं वैश्विक बाजार में हलचल मचा रहा है। विदेशी कारों पर 25% टैरिफ का ऐलान भी सुर्खियों में है, इससे अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

जिनसे थी नाराजगी उन्ही देशों को छूट क्यों

ट्रंप प्रशासन ने पहले फरवरी 2025 में कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया था, ताकि फेंटेनाइल तस्करी और अवैध प्रवास पर लगाम कसी जा सके। मगर नई घोषणा में इन दोनों देशों को राहत दे दी गई। व्हाइट हाउस का कहना है कि यह छूट यूनाइटेड स्टेट्स-मेक्सिको-कनाडा एग्रीमेंट (USMCA) की देन है, जिसे ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में लागू किया था। इस समझौते के तहत ज्यादातर सामानों पर शून्य या कम टैरिफ लागू हैं।

आपको बता दें कि बीते कई महीने से इन दो देशों पर ट्रंप निरंतर तंज कसते हुए अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे थे। लेकिन अब दोनों देशों को छूट देकर दुनिया को हैरान कर दिया है।