
योजना क्या है?
उत्तर प्रदेश सरकार एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत नेपियर घास की खेती को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है। इस घास को 'हरा सोना' कहा जाता है क्योंकि यह पोषण से भरपूर चारा प्रदान करके किसानों की आय और पशुपालन क्षेत्र को मजबूत बनाएगा। योजना के तहत हर हेक्टेयर पर 20,000 रुपये का आर्थिक सहायता दिया जाएगा ।
क्यों है नेपियर घास खास?
उच्च पोषण – पशुओं के लिए उपयुक्त व पोषक तत्वों से भरपूर।
चारे की कमी दूर – मौजूदा चारापुरती को प्रभावित करने वाली समस्याओं का समाधान।
जागरूकता – पशुपालन में आत्मनिर्भरता और अतिरिक्त आमदनी की संभावना।
पायलट घूम किस तरह चलेगा?
अवधि और स्थान – शुरुआत प्रयागराज (इलाहाबाद) ज़िले में लिमिटेड पायलट के रूप में होगी ।
आवेदन प्रक्रिया – जल्द ही फॉर्म भरे जाएंगे; सरकार ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन स्वीकार करेगी।
किसानों को क्या मिलेगा?
20,000 रुपये/हेक्टेयर – वित्तीय सहायता।
मार्केटिंग सहयोग – पशुओं के चारे का लाभ उठाने में सहायता।
नीति का प्रभाव – पशुपालन क्षेत्र सुदृढ़ होगा, साथ ही किसानों की आय भी बढ़ेगी।
इस योजना का महत्व
1. आय में वृद्धि – पारंपरिक खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी।
2. पशुपालन में सुधार – पर्याप्त चारा मिलने से दूध उत्पादन बढ़ेगा।
3. स्थायी चारा उपलब्धता – चारे की निरंतरता सुनिश्चित होगी।
समरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपियर घास की खेती करने वाले किसानों के लिए हर एक हेक्टेयर पर 20,000 रुपये का अनुदान देने का निर्णय लिया है। शुरुआत प्रयागराज में एक पायलट प्रोजेक्ट से होगी, जिसका उद्देश्य पशुपालन क्षेत्र को मजबूत बनाना और किसानों की आय को बढ़ावा देना है।
यदि आप प्रदेश में किसान हैं, तो इस योजना के तहत जल्द आवेदन करें और अपनी खेती व पशुपालन को लाभदायक बनाएं!
कुंजीशब्द: यूपी किसान योजना, नेपियर घास, हरा सोना, पशुपालन, चारा मदद, पायलट प्रोजेक्ट, 20,000/- प्रति हेक्टेयर
--Advertisement--