लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव को बदायूं पुलिस-प्रशासन ने बाहरी व्यक्ति बताते हुए बदायूं जिले की सीमा से बाहर कर दिया है। बदायूं पुलिस टीम ने श्री यादव को कासगंज जिले की सीमा पर छोड़कर आई। प्रशासन के इस कदम से सपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। बतातलें कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन के तहत चुनाव प्रचार थमने के बाद कोई भी बाहरी व्यक्ति जिले में नहीं रहेगा। इसके तहत शिवपाल यादव को नोटिस दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव के खिलाफ रविवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती को अपशब्द कहने और द्वेष फैलाने के आरोप में एफआईआर की गई थी। सोमवार को शाम उन्हें पुलिस-प्रशासन ने बाहरी व्यक्ति बताते हुए बदायूं जिले की सीमा से बाहर कर दिया। जानकारी ही कि शिवपाल सिंह यादव एक माह से अपने भतीजे पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के घर पर रह रहे थे। उनका बेटा आदित्य यादव सपा का उम्मीदवार है।
पुलिस-प्रशासन ने सोमवार को दोपहर शिवपाल यादव को एक नोटिस दिया था, जिसमें उन्हें मतदान से पहले जिला छोड़ने के लिए कहा गया था। इसके बाद शाम के समय उन्हें पुलिस टीम कासगंज जिले की सीमा तक अपने साथ ले गई और छोड़कर लौट आई। इस बारे में एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन के मुताबिक़ चुनाव प्रचार थमने के बाद कोई भी बाहरी व्यक्ति जिले में नहीं रह सकता। इस रे शिवपाल को नोटिस भी दिया गया था।
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