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Uttarakhand News: भारत में 2024 में गैस की मांग वृद्धि दर 8.5% रही है। इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 24.9 गीगावॉट गैस आधारित बिजली संयंत्र या तो बंद हैं या अपनी क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। वर्तमान में, देश में 24190 मेगावाट क्षमता के गैस आधारित संयंत्र मौजूद हैं, और इस साल गैस की मांग वृद्धि दर पिछले वर्ष के 7% से बढ़कर 8.5% हो गई है।

ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि पिछले दो सालों में सर्दी के मौसम में बिजली की मांग पर काफी दबाव रहा है, लेकिन इस बार बिजली की उपलब्धता में सुधार हुआ है और लोगों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार बिजली मिल रही है।

उत्तराखंड में दो गैस आधारित बिजली संयंत्र, जो निजी क्षेत्र में हैं, बंद हो गए थे। ये संयंत्र राज्य सरकार के अनुबंध के तहत काम करते हैं, और इनसे उत्पन्न बिजली राज्य को ही मिलती है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इन दोनों संयंत्रों में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बाधित हो गई थी, जिससे उत्पादन ठप हो गया था।

ऊर्जा सचिव के अनुसार, भारत सरकार ने प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में सुधार किया है, जिससे ये प्रोजेक्ट फिर से शुरू हो गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के थर्मल पावर प्रोजेक्ट भी प्रभावित हुए थे, जिससे ऊर्जा की मांग को पूरा करने में कठिनाई हुई।

 

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