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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत हो रही है जो मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी और सटीक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। इस अभियान के दौरान बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन करेंगे और उन्हें नाम जोड़ने हटाने या संशोधन के लिए आवेदन पत्र भरने का अवसर प्रदान करेंगे। यह प्रक्रिया 26 जुलाई तक जारी रहेगी जिसके बाद वोटर लिस्ट का अंतिम रूप 30 सितंबर को प्रकाशित किया जाएगा।

क्यों जरूरी है गहन पुनरीक्षण

गहन पुनरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों और कोई भी अयोग्य व्यक्ति सूची में न हो। चुनाव आयोग का लक्ष्य है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी हो ताकि कोई भी अपात्र मतदाता सूची में न रहे और मतदान की प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो।

कानूनी और संवैधानिक पहलू

गहन पुनरीक्षण में चुनाव आयोग संविधान के अनुच्छेद 326 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 16 का पालन करेगा जो यह निर्धारित करते हैं कि कौन व्यक्ति मतदाता बनने के योग्य है और कौन नहीं। यह पुनरीक्षण न केवल चुनाव आयोग के लिए एक जिम्मेदारी है बल्कि संविधान और कानून के तहत सुनिश्चित किया गया एक अधिकार भी है।

मतदाता सूची का सुधार कैसे होगा

बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं से आवेदन पत्र (EF) लेंगे। यह आवेदन पत्र उन लोगों के लिए होगा जो मतदाता सूची में अपना नाम जोड़वाना चाहते हैं या जिनके नाम में किसी प्रकार का संशोधन करना है। साथ ही मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम को सूची से हटाने का काम भी किया जाएगा। इसके बाद इन दावों और आपत्तियों की समीक्षा की जाएगी और 30 सितंबर तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

नई सुविधाएं और परिवर्तन

इस विशेष पुनरीक्षण अभियान के तहत कुछ नई सुविधाओं और प्रक्रियाओं को लागू किया गया है:

मोबाइल डिपॉजिट की सुविधा: मतदान केंद्रों पर इस बार मोबाइल डिपॉजिट की सुविधा दी जाएगी जिससे मतदाताओं को और अधिक सुविधा मिलेगी।

मतदान केंद्रों की संख्या में बदलाव: मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या को घटाकर 1500 से 1200 किया जाएगा ताकि अधिक भीड़भाड़ न हो।

शहरी इलाकों में अतिरिक्त बूथ: खासतौर पर घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में अतिरिक्त बूथ स्थापित किए जाएंगे जिनमें हाई राइज सोसाइटी और आवासीय कॉलोनियों को लक्षित किया जाएगा।

मतदाता सूचना पर्चियों में सुधार: चुनाव आयोग ने मतदाता सूचना पर्चियों को और अधिक स्पष्ट और पढ़ने में आसान बनाने का निर्णय लिया है ताकि मतदाताओं को सूचना का बेहतर तरीके से लाभ मिल सके।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

चुनाव आयोग के इस कदम पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने इस अभियान को बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे बांग्लादेशी और अन्य विदेशी नागरिकों की पहचान करने में मदद मिलेगी जो भारत में अवैध तरीके से रह रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने इस पर आशंका जताई कि यदि पुनरीक्षण में कोई गड़बड़ी हुई तो वे चुनाव आयोग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उनका कहना था कि महाराष्ट्र में जो गड़बड़ी हुई थी वह बिहार में न हो इसके लिए पूरी तैयारी की गई है।

 

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