
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में जब भी महान बल्लेबाजों की बात होती है, तो सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ का नाम हमेशा बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। इन तीनों दिग्गजों ने अपने करियर में रनों का अंबार लगाया और दुनिया के हर तरह के बॉलिंग अटैक का डटकर सामना किया। जब ये तीनों अपने चरम पर होते थे, तो इन्हें जल्दी आउट करना किसी भी गेंदबाज के लिए लगभग नामुमकिन सा हो जाता था। किसी भी गेंदबाज के लिए अपने करियर में कम से कम एक बार इन दिग्गजों को शून्य पर आउट करना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी, लेकिन सिर्फ एक ऐसे गेंदबाज हुए जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इन तीनों दिग्गजों को शून्य (डक) पर पवेलियन भेजा।
ये कारनामा न्यूज़ीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर डेनियल विटोरी ने अपने 18 साल के लंबे करियर में कर दिखाया। फरवरी 1997 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले विटोरी को सचिन और सौरव को डक पर आउट करने में महज़ दो साल लगे। 1999 में न्यूज़ीलैंड की भारत यात्रा के दौरान, जब न्यूज़ीलैंड ने टेस्ट और वनडे दोनों सीरीज़ गंवा दी थीं, विटोरी ने एक अनोखी उपलब्धि अपने नाम की।
कानपुर टेस्ट में गांगुली को शून्य पर किया बोल्ड
1999 में भारत दौरे पर, कानपुर टेस्ट की पहली पारी में डेनियल विटोरी ने सौरव गांगुली को आउट किया। गांगुली, जो स्पिनरों के खिलाफ अपने शानदार फुटवर्क के लिए जाने जाते थे, विटोरी की एक गेंद पर कैच आउट हुए और महज़ पांच गेंदों का सामना कर शून्य पर पवेलियन लौट गए। उसी पारी में विटोरी ने 55.1 ओवर की गेंदबाजी करते हुए छह विकेट भी लिए थे।
दिल्ली वनडे में सचिन तेंदुलकर को भी भेजा शून्य पर
उसी दौरे पर, दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में खेले गए पांचवें और अंतिम वनडे में विटोरी ने सचिन तेंदुलकर को भी अपनी फिरकी का शिकार बनाया। सचिन को भी विटोरी ने कैच आउट कराया और मास्टर ब्लास्टर को महज़ तीन गेंदों में शून्य पर पवेलियन लौटना पड़ा। हालांकि, इस मैच में न्यूज़ीलैंड को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा और यह सीरीज़ भी 3-2 से गंवा दी।
द्रविड़ को शून्य पर आउट करने के लिए लगाए छह साल!
लेकिन, राहुल द्रविड़ को शून्य पर आउट करने के लिए डेनियल विटोरी को पूरे छह साल का इंतज़ार करना पड़ा। यह कारनामा ज़िम्बाब्वे को शामिल करके खेली गई एक त्रिकोणीय सीरीज़ के फाइनल में हुआ। उस मैच में विटोरी ने राहुल द्रविड़ को LBW आउट किया, जब राहुल महज़ दो गेंदों का सामना कर पाए थे। भारत उस मैच में 276 रनों पर सिमट गया था, और न्यूज़ीलैंड ने 11 गेंदें शेष रहते छह विकेट से मैच और सीरीज़ जीत ली थी।
डेनियल विटोरी की यह उपलब्धि वाकई काबिले-तारीफ है, जिसने क्रिकेट के तीन महानतम बल्लेबाजों को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में डक पर आउट करने का अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम किया।
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