Viral News: तेलंगाना में एक अजीबोगरीब घटनाक्रम में एक व्यक्ति ने अपना अंतिम संस्कार रोक दिया, जिससे उसके परिवार के सदस्य और पड़ोसी हैरान रह गए। यह कहानी अजीबोगरीब है, लेकिन यह कहानी नवंदगी गांव के रहने वाले एलप्पा की है, जो अपनी पत्नी विमलम्मा और दो बच्चों के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे थे।
युवक ने बशीराबाद में चरवाहे का काम छोड़कर कुछ दिन पहले ही कुली का काम शुरू किया था। वे कुछ काम काज सिलसिले में तंदौर गया था और उन्हें कुछ दिनों तक वहीं रहना पड़ा। वहां रहने के दौरान उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई और जल्द ही वे उससे मित्र बन गए।
22 जून को वे काम से घर से बाहर गए और शराब पी। नशे में धुत्त एलप्पा अब चल नहीं पा रहा था और शराब के नशे में फुटपाथ पर सो गया। उसके चालाक दोस्त ने उसके पैसे और मोबाइल फोन चुरा लिए और मौके से भाग गया, लेकिन उसी रात विकाराबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पार करते समय उसकी मौत हो गई।
रेलवे कर्मचारियों ने घटनास्थल पर सबूतों की तलाश की और एलप्पा का मोबाइल फोन पाया। डिवाइस पर मौजूद डेटा के आधार पर पुलिस ने मृतक को एलप्पा मान लिया और उसके परिवार के सदस्यों को सूचित किया। दुखी परिवार के सदस्य शव की दयनीय स्थिति के कारण उसे पहचान नहीं पाए और उसे अंतिम संस्कार के लिए नवांडगी भेज दिया।
ग्रामीणों ने सीमेंट कंपनी के प्रबंधकों को, जिसके लिए एलप्पा काम करता था, उसकी अचानक मृत्यु के बारे में सूचित किया, जिसकी खबर से बशीराबाद और नवंदगी के कुछ कुलियों को सदमा लगा, क्योंकि उन्होंने उसे 23 जून रविवार की सुबह वहां काम करते देखा था।
वे एलप्पा के पास पहुंचे और उन्हें मामले की जानकारी दी। उलझन में पड़े एलप्पा ने तुरंत घर पर फोन किया और अपने परिवार के सदस्यों से अंतिम संस्कार रोकने को कहा। रेलवे पुलिस ने अपने बचाव में कहा कि दुर्घटना इसलिए हुई क्योंकि शव के टुकड़े हो गए थे और उसकी सही पहचान नहीं हो पाई।
--Advertisement--