img

भारतीय क्रिकेट टीम का हालिया इंग्लैंड दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। युवा खिलाड़ियों ने न सिर्फ सीरीज जीतने में अहम योगदान दिया, बल्कि सीनियर खिलाड़ियों की जगह पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार जैसे युवा सितारे अपने शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींच चुके हैं।

टीम इंडिया के इस नए युग में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों की वनडे टीम में वापसी अब चुनौतीपूर्ण होती दिख रही है। इंग्लैंड दौरे पर दोनों सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया था, लेकिन उनके विकल्पों ने जिस तरह से मौके का फायदा उठाया, उसने यह संकेत दे दिया कि टीम मैनेजमेंट भविष्य की तैयारी में जुट चुका है।

2027 में होने वाले अगले वनडे वर्ल्ड कप तक कोहली की उम्र 38 और रोहित की 40 वर्ष हो जाएगी। ऐसे में उम्र, फिटनेस और युवाओं के दबदबे को देखते हुए चयनकर्ताओं के लिए सीनियर्स को दोबारा टीम में शामिल करना आसान नहीं होगा।

सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई अब “यूथ-ओरिएंटेड अप्रोच” को प्राथमिकता दे रहा है। वनडे टीम में अब लंबे समय तक खेलने वाले खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है, ताकि 2027 वर्ल्ड कप तक एक मजबूत और स्थायी टीम खड़ी की जा सके।

फिलहाल कोहली और रोहित के पास टेस्ट और आईपीएल जैसे अन्य प्लेटफॉर्म्स पर प्रदर्शन कर खुद को साबित करने का विकल्प है। वनडे टीम में उनकी वापसी अब पूरी तरह से फॉर्म, फिटनेस और टीम की जरूरतों पर निर्भर होगी।