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Up Kiran, Digital Desk: मध्य प्रदेश इन दिनों प्रकृति के दोहरे हमले का सामना कर रहा है। एक ओर तेज आंधी-बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, तो दूसरी ओर कई जिलों में लू के थपेड़ों ने भी लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम महकमे ने शुक्रवार को 40 से अधिक जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट और 8 जिलों में लू की चेतावनी जारी की है। प्रदेश में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ लाइन सक्रिय है, जिसने पूरे क्षेत्र का मौसम अचानक पलट दिया है।
रात में तूफान का कहर: पेड़ गिरे, बिजली गुल
बीती रात्रि राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली। तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई, जिससे कई जगहों पर पेड़ गिर गए और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इंदौर, राजगढ़, रायसेन और आसपास के क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ पानी गिरा। भोपाल के कई इलाकों में घंटों तक अंधेरा छाया रहा, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
किन जिलों में है सबसे ज्यादा खतरा
मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा चेतावनी के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, कटनी, दमोह, सागर, नरसिंहपुर, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, धार और रतलाम समेत कई जिलों में तेज आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है।
वहीं, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और भिंड में लू का खतरा बना हुआ है, जहां तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया है।
तापमान में गिरावट और गर्मी का दोहरा प्रभाव
गुरुवार को कई जिलों में अधिकतम तापमान में गिरावट देखी गई, जिससे कुछ राहत महसूस हुई। सिवनी में तापमान 8.1 डिग्री तक गिर गया, जबकि सतना में यह गिरावट 7.6 डिग्री रही। वहीं, शिवपुरी 41.2°C के साथ प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा। मलाजखंड में सबसे कम 31°C तापमान दर्ज किया गया।
22 दिनों से जारी है बारिश का सिलसिला
विशेष बात यह है कि मध्य प्रदेश में मई महीने के 22 दिनों में लगातार कहीं न कहीं बारिश हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार नौतपा (गर्मियों के सबसे तेज 9 दिन) की शुरुआत भी आंधी-बारिश के साथ होगी, जो असामान्य लेकिन राहत देने वाला संकेत हो सकता है।
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