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Up Kiran, Digital Desk: नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ जॉन कैंपबेल ने इतिहास रच दिया। खेल के चौथे दिन रविंद्र जडेजा की गेंद पर जबरदस्त छक्का लगाकर उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। यही नहीं, वो भारत में भारत के खिलाफ शतक बनाने वाले पहले वेस्टइंडीज़ सलामी बल्लेबाज़ भी बन गए।
कैरेबियाई टीम के लिए बड़ी राहत
वेस्टइंडीज़ के लिए यह शतक सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा। जॉन कैंपबेल की यह पारी वेस्टइंडीज़ की वापसी की नींव बन गई। उन्होंने शाई होप के साथ तीसरे विकेट के लिए 177 रनों की साझेदारी भी की। यह भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज़ की 150+ रनों की पहली साझेदारी है जो 14 साल बाद आई है।
शतक तक पहुंचने में लगा वक्त, लेकिन कीर्तिमान खास
कैंपबेल ने टेस्ट क्रिकेट में शतक तक पहुंचने के लिए 50 पारियाँ खेलीं। बतौर सलामी बल्लेबाज़, यह दुनिया में दूसरी सबसे लंबी प्रतीक्षा है। ट्रेवर गोडार्ड ने सबसे ज्यादा 58 पारियाँ ली थीं।
ऐसे बल्लेबाज़ जिन्होंने सबसे ज्यादा पारियों बाद पहला टेस्ट शतक बनाया (सलामी बल्लेबाज़ के रूप में):
ट्रेवर गोडार्ड – 58 पारियाँ
जॉन कैंपबेल – 49 पारियाँ
डैरेन गंगा – 44 पारियाँ
इमरुल कायेस – 32 पारियाँ
बॉब सिम्पसन – 31 पारियाँ
वेस्टइंडीज़ के 7 साल पुराने सूखे का अंत
अक्टूबर 2018 में रोस्टन चेज़ ने हैदराबाद में भारत के खिलाफ शतक बनाया था। इसके बाद से वेस्टइंडीज़ के किसी भी बल्लेबाज़ ने भारत के खिलाफ शतक नहीं जड़ा था। अब कैंपबेल ने वो रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
2006 के बाद पहली बार भारत में वेस्टइंडीज़ ओपनर ने जड़ा शतक
इससे पहले साल 2006 में डैरेन गंगा ने भारत के खिलाफ 135 रन बनाए थे। उसी समय के बाद किसी भी वेस्टइंडीज़ ओपनर ने भारत में शतक नहीं जड़ा था। कैंपबेल का यह शतक लगभग दो दशकों की उम्मीद को हकीकत में बदलने वाला साबित हुआ।