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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हाल ही में ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर (Keir Starmer) के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (Joint Press Conference) को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत और ब्रिटेन (India-UK) के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बेहद सकारात्मक और आत्मविश्वास से भरी टिप्पणी की।

प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत और यूनाइटेड किंगडम के रिश्ते "नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।"

रिश्तों में बढ़ा विश्वास: लेबर पार्टी नेता के साथ मंच साझा करने का प्रधानमंत्री का निर्णय भारत की संतुलित विदेश नीति (Balanced Foreign Policy) को दर्शाता है। वह यूके में केवल सत्तारूढ़ (Ruling) पार्टी से ही नहीं, बल्कि विपक्ष से भी मजबूत रिश्ते बनाने में विश्वास रखते हैं, क्योंकि भविष्य में राजनीतिक बदलाव की स्थिति में भी दोनों देशों के हित अप्रभावित (Unaffected) रहें।

PM मोदी के भाषण के मुख्य बिंदु यह थे:

रणनीतिक साझेदारी: प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग सिर्फ़ सरकार तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यापार, शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और पीपल-टू-पीपल (People-to-People) संबंधों में भी मज़बूत साझेदारी दिख रही है।

तेज़ होता FTA (फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट): इस संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस से साफ संकेत मिला है कि दोनों देशों के बीच महत्वाकांक्षी मुक्त व्यापार समझौता (Free-Trade Agreement - FTA) अब एक तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है। यह समझौता पूरा होने पर दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए बड़ा गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

कीर स्टारमर की सराहना: पीएम मोदी ने कीर स्टारमर को भी उनके विज़न और दोनों देशों के रिश्तों को आगे ले जाने की उनकी प्रतिबद्धता (Commitment) के लिए सराहा।

भारत के लिए यूके हमेशा से एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सामरिक सहयोगी (Strategic Partner) रहा है। PM मोदी का यह बयान उस साझेदारी की निरंतरता (Continuity) को ज़ाहिर करता है और बताता है कि दुनिया की बदलती भू-राजनीति में भी भारत और ब्रिटेन एक-दूसरे के लिए एक विश्वसनीय भागीदार (Reliable Partner) बने हुए हैं।