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Up kiran,Digital Desk : आंध्र प्रदेश से आज एक ऐसी खबर आई है जिसने हर सुनने वाले को हिलाकर रख दिया है। बीती रात, अल्लूरी सीताराम राजू जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 9 लोगों की नींद में ही मौत हो गई।

ये लोग चित्तूर जिले के रहने वाले थे और तीर्थयात्रा पर निकले थे। भद्राचलम मंदिर में दर्शन करने के बाद वे अपनी प्राइवेट बस से लौट रहे थे। बस में महिलाएँ और बच्चे समेत 37 लोग सवार थे और ज्यादातर यात्री गहरी नींद में थे। उन्हें क्या पता था कि यह सफर उनका आखिरी सफर बन जाएगा।

एक अंधे मोड़ ने छीन ली सब खुशियाँ

पुलिस का मानना है कि मारेदुमिल्ली घाट रोड पर एक तीखे और अंधे मोड़ पर ड्राइवर बस पर से अपना कंट्रोल खो बैठा। बस सीधी सुरक्षा दीवार से टकराई और चीख-पुकार के बीच गहरी खाई में जा गिरी। एक पल में सब कुछ खत्म हो गया।

हादसे वाली जगह पहाड़ी इलाका था, जहाँ मोबाइल नेटवर्क भी ठीक से काम नहीं करता। इस वजह से मदद पहुँचने में भी थोड़ा समय लगा। खबर मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस की टीम मौके पर पहुँची और किसी तरह घायलों को बस से बाहर निकाला। घायलों को पास के भद्राचलम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।

पूरे देश में शोक की लहर, सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

इस भयानक हादसे की खबर मिलते ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक, सभी ने गहरा दुख जताया है।

  • मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तुरंत अधिकारियों को मौके पर पहुँचकर पीड़ितों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, "सरकार इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।"
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, "मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।"
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शोक व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की है।

इस घटना ने एक बार फिर खतरनाक घाट सड़कों पर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।