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Up Kiran, Digital Desk: 2 मई 2011 को अमेरिकी नेवी सील ने आतंकवाद के सबसे बदनाम चेहरे ओसामा बिन लादेन को खत्म कर दिया था। परंतु उस समय से एक प्रमुख सवाल सामने आया कि ओसामा की मौत के बाद उसकी पत्नियों का क्या हुआ। अब 14 साल बाद इस पहेली का खुलासा हुआ है।
पाकिस्तान में हुई पत्नियों की सुरक्षा
ओसामा बिन लादेन, जिसे 9/11 हमलों का मुख्य मास्टरमाइंड माना जाता है, को अमेरिका ने एक गुप्त ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के एबोटाबाद में मार गिराया। इस घटना के बाद उसका परिवार एक रहस्य बन गया। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व सहयोगी फरहतुल्लाह बाबर ने अपनी किताब में बताया है कि लादेन की पत्नियों को तुरंत ही पाकिस्तान की हिरासत में ले लिया गया था।
CIA की सक्रियता और पाकिस्तान की संप्रभुता पर सवाल
बाबर की किताब के अनुसार, गिरफ्तारी के कुछ ही दिनों के अंदर CIA की एक टीम एबोटाबाद कैंटोमेंट पहुँची और उन्होंने पत्नियों से पूछताछ की। इस कदम ने न केवल पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती दी बल्कि पाकिस्तान की सरकार पर भी दबाव डाला गया। अमेरिका के तत्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और सीनेटर जॉन कैरी ने इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान का दौरा किया। पाकिस्तान चाहता था कि आगे एकतरफा हमलों पर रोक लगी जाए लेकिन अमेरिका ने कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया।
खुफिया जानकारी और पाकिस्तान की भूमिका
CIA के पास पहले से ही बिन लादेन के ठिकाने की पूरी जानकारी थी तथा उनसे जुड़े ठेकेदार की भी पहचान थी। बाबर की पुस्तक इस बात की पुष्टि करती है कि पाकिस्तान किन्हीं हितों के कारण राजनीतिगत और रणनीतिक फैसलों में लचीला रहा। पाकिस्तान यह दावा करता रहा है कि उसे लादेन के एबोटाबाद में होने की कोई जानकारी नहीं थी, किन्तु अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इस दावे को स्वीकारने वाले बहुत कम हैं।