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Up Kiran, Digital Desk: Google ने AI की दुनिया में एक और बड़ा धमाका कर दिया है। कंपनी ने अपना नया और बेहद तेज़ AI मॉडल जेमिनी 2.5 फ्लैश (Gemini 2.5 Flash) लॉन्च किया है। लेकिन इस लॉन्च में असली सुर्खियाँ बटोर रहा है एक मज़ेदार नाम वाला टूल नैनो बनाना’ (Nano Banana)।

इस टूल को लेकर उत्साह इतना ज़्यादा है कि गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने खुद डेवलपर्स से इसे लेकर क्रेज़ी होने की अपील कर दी है।

क्या है जेमिनी 2.5 फ्लैश: सबसे पहले, आइए जेमिनी 2.5 फ्लैश को समझते हैं। इसे जेमिनी 2.5 प्रो का छोटा और फुर्तीला भाई समझिए। यह AI मॉडल बहुत हल्का और तेज़ है, और इसे कम खर्च में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह उन कामों के लिए बेहतरीन है जहाँ फटाफट जवाब चाहिए, जैसे किसी बातचीत का सारांश निकालना या किसी इमेज के बारे में जानकारी देना।

तो फिर यह ‘नैनो बनाना’ क्या बला है?

लॉन्च के दौरान गूगल ने ‘नैनो बनाना’ नाम का एक वायरल टूल भी पेश किया। यह एक ऐसा टूल है जिसे AI के साथ कुछ मज़ेदार और रचनात्मक करने के लिए बनाया गया है। इसका नाम जितना मज़ेदार है, काम भी उतना ही दिलचस्प बताया जा रहा है। गूगल इसके ज़रिए डेवलपर्स को यह दिखाना चाहता है कि AI के साथ काम करना कितना आसान और मनोरंजक हो सकता है।

सुंदर पिचाई ने क्यों कहा ‘Go Bananas’?

इस लॉन्च को लेकर सबसे मज़ेदार बात गूगल के CEO सुंदर पिचाई का संदेश था। उन्होंने डेवलपर्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे नए टूल का इस्तेमाल करें और ‘Go Bananas’!

अब आप सोच रहे होंगे कि इसका क्या मतलब है?
यह एक अंग्रेजी कहावत है जिसका मतलब है ‘पूरी तरह से क्रेजी हो जाओ’ या ‘रचनात्मकता की सारी हदें पार कर दो’। सुंदर पिचाई असल में डेवलपर्स को यह कह रहे थे कि वे इस नए टूल के साथ खुलकर एक्सपेरिमेंट करें और कुछ तूफ़ानी और नया बनाकर दिखाएं।