
Up Kiran, Digital Desk: आखिरकार वह खबर आ ही गई जिसका सभी को इंतज़ार था! आंध्र प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला लिया है उन्होंने तकनीकी दुनिया के सबसे बड़े नाम 'गूगल' के मेगा डेटा सेंटर प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दे दी है। इस फैसले के बाद, यह साफ हो गया है कि अब विशाखापत्तनम (जिसे आमतौर पर विजाग कहा जाता है) भारत के बड़े आईटी हब की लिस्ट में अपनी जगह बनाने वाला है।
गूगल डेटा सेंटर की बात करें, तो यह कोई छोटा-मोटा प्रोजेक्ट नहीं है। अगर आसान भाषा में समझें, तो एक डेटा सेंटर वह जगह होती है जहाँ इंटरनेट और आपकी डिजिटल दुनिया का सारा 'डेटा' (फोटो, वीडियो, मेसेज, ऐप्स) सुरक्षित रहता है। इस मेगा सेंटर के लिए सरकार ने ज़मीन आवंटित करने की अनुमति दे दी है, और यह प्रोजेक्ट आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक जबरदस्त बूस्ट देने वाला है।
इस 'मेगा प्रोजेक्ट' से क्या बदल जाएगा?
इस बड़े कदम से विशाखापत्तनम की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। सरकार और गूगल दोनों के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत है। इसके फायदे साफ नज़र आ रहे हैं:
भारी भरकम निवेश (Google Investment): इस परियोजना में गूगल की तरफ से काफी बड़ा निवेश आने वाला है। इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी निवेश का आना सीधे तौर पर राज्य की आर्थिक प्रगति को दर्शाता है। इससे प्रदेश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
रोजगार के अवसर: किसी भी बड़े प्रोजेक्ट का सबसे महत्वपूर्ण पहलू होता है रोज़गार। माना जा रहा है कि यह गूगल डेटा सेंटर न केवल डायरेक्ट यानी सीधी नौकरी के हज़ारों मौके पैदा करेगा, बल्कि कंस्ट्रक्शन, सपोर्ट सर्विसेज और अन्य टेक्नोलॉजी सेक्टर में भी अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को काम मिलेगा। स्थानीय लोगों के लिए आईटी सेक्टर में ग्रोथ का यह बेहतरीन मौका होगा।
टेक इकोसिस्टम का विकास: गूगल के आने से दूसरे टेक और छोटी स्टार्ट-अप कंपनियों का भी विशाखापत्तनम की ओर रुझान बढ़ेगा। धीरे-धीरे यह शहर भी बेंगलुरु और हैदराबाद की तरह एक मज़बूत आईटी हब बन सकता है। यहाँ हाई-स्पीड कनेक्टिविटी और तकनीक से जुड़ा माहौल अपने आप तैयार हो जाएगा।
राज्य सरकार की प्राथमिकता: इस फैसले से यह पता चलता है कि आंध्र प्रदेश की कैबिनेट और सरकार, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने पर गंभीरता से काम कर रही है। राज्य ने तकनीक-आधारित प्रगति के लिए दरवाज़े पूरी तरह खोल दिए हैं।
यह तो तय है कि यह गूगल प्रोजेक्ट आंध्र प्रदेश को टेक्नोलॉजी मैप पर एक महत्वपूर्ण जगह दिलाएगा। उम्मीद यही है कि काम जल्द शुरू हो, ताकि यहाँ के लोगों को रोजगार के बेहतर मौके मिल सकें और प्रदेश एक नई तरक्की की कहानी लिख सके।