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Up Kiran, Digital Desk: समुद्र की लहरों को चीरता हुआ, भारत की शान और ताकत का प्रतीक, भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सह्याद्री, जब पापुआ न्यू गिनी (PNG) के पोर्ट मोरेस्बी बंदरगाह पर पहुंचा, तो यह सिर्फ एक सामान्य दौरा नहीं था, बल्कि यह हिंद महासागर में भारत के बढ़ते प्रभाव और उसकी दोस्ती का एक बड़ा संदेश था।

"सह्याद्री", जिसका नाम पश्चिमी घाट की विशाल पर्वत श्रृंखला पर रखा गया है, अपने नाम की तरह ही शक्तिशाली और अडिग है। यह भारत में ही डिजाइन और निर्मित किया गया एक अत्याधुनिक स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट है, जो दुश्मन की नजरों से बचकर गहरे समुद्र में किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है।

सिर्फ एक दौरा नहीं, दोस्ती का पैगाम

आईएनएस सह्याद्री का यह दौरा भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके तहत भारत अपने पूर्वी पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को और मजबूत कर रहा है। इस यात्रा के दौरान, भारतीय नौसैनिकों ने पापुआ न्यू गिनी के रक्षा बलों के साथ कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसमें शामिल थे:

पेशेवर बातचीत: दोनों देशों की नौसेनाओं ने एक-दूसरे के काम करने के तरीकों को समझा और अपने अनुभव साझा किए।

सामाजिक कार्यक्रम: भारतीय नौसैनिकों ने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर कई कार्यक्रम किए, जिससे दोनों देशों के लोगों के बीच का रिश्ता और गहरा हुआ।

योगाभ्यास: भारतीय नौसेना ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साझा करते हुए पीएनजी के सैनिकों के साथ योगाभ्यास भी किया.

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