Up Kiran, Digital Desk: भारत ने एक बार फिर 'पड़ोसी सबसे पहले' की अपनी नीति को निभाते हुए नेपाल की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेपाल की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की से फोन पर बात की और हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों में युवाओं की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने नेपाल को इस मुश्किल घड़ी में भारत की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
क्या है पूरा मामला: नेपाल पिछले कुछ समय से "जेन-Z प्रोटेस्ट" (Gen-Z Protests) नाम से चल रहे युवा आंदोलन की वजह से अशांति का सामना कर रहा है। इन प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में कुछ युवाओं की दुखद मौत हो गई, जिसके बाद पूरे देश में तनाव का माहौल है।
PM मोदी ने अपनी बातचीत में क्या कहा?
इसी तनावपूर्ण माहौल के बीच, पीएम मोदी का यह फोन कॉल नेपाल के लिए एक बड़ा सहारा बनकर आया है।
संवेदना और समर्थन: पीएम मोदी ने प्रदर्शनों में मारे गए युवाओं के प्रति गहरा दुख जताया और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को भरोसा दिलाया कि भारत इस संकट की घड़ी में नेपाल के लोगों और सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है।
राष्ट्रीय दिवस की बधाई: दुख की इस घड़ी के बावजूद, पीएम मोदी ने नेपाल के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर वहां की सरकार और जनता को अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
यह फोन कॉल भारत और नेपाल के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों को दिखाता है। यह बताता है कि भारत न सिर्फ नेपाल के त्योहारों और खुशियों में, बल्कि संकट और मुश्किल के समय में भी एक सच्चे दोस्त की तरह उसके साथ खड़ा रहता है।

_1518683469_100x75.png)
_1327113769_100x75.png)

_799210709_100x75.png)