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Up kiran,Digital Desk : कोलकाता का मशहूर सॉल्ट लेक स्टेडियम... हवा में फुटबॉल का जुनून... और हज़ारों धड़कते दिलों में बस एक ही नाम की गूंज - लियोनेल मेसी! माहौल ऐसा था मानो कोई त्योहार हो। लेकिन ये कहानी जितनी खूबसूरत शुरू हुई, उसका अंत उतना ही अफसोसजनक रहा।

एक तरफ, वो यादगार पल...

इस कहानी का एक पहलू बेहद खूबसूरत और यादगार था। जब फुटबॉल के जादूगर लियोनेल मेसी से मिलने बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान अपने छोटे बेटे अबराम के साथ पहुंचे। वो पल देखने लायक था। शाहरुख और मेसी गर्मजोशी से मिले, लेकिन असली स्टार तो नन्हे अबराम थे। अपने हीरो मेसी को सामने देखकर उनकी आंखों में जो चमक और चेहरे पर जो खुशी थी, वो priceless थी। यह वीडियो इंटरनेट पर आते ही छा गया और फैंस ने इसे 'पिक्चर ऑफ द डे' करार दिया।

...तो दूसरी तरफ, टूटा दिल और भयंकर गुस्सा

लेकिन सिक्के का एक दूसरा पहलू भी था, जो स्टेडियम में मौजूद हज़ारों आम फैंस की कहानी कहता है। ये वो लोग थे जो घंटों से लाइन में लगकर, महंगे टिकट खरीदकर सिर्फ अपने भगवान की एक झलक पाने आए थे। उनकी उम्मीदों पर तब पानी फिर गया जब मेसी स्टेज पर आए, वर्चुअली अपनी 70 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया और महज़ 5 मिनट के अंदर वहां से चले गए।

अपने पसंदीदा स्टार को पास से न देख पाने और बस 5 मिनट का 'दर्शन' मिलने से फैंस का सब्र जवाब दे गया। उनका प्यार, गुस्से में बदल गया। देखते ही देखते स्टेडियम का माहौल बदल गया और नाराज़ फैंस ने कुर्सियां, बोतलें और जो कुछ हाथ लगा, उसे मैदान में फेंकना शुरू कर दिया।

तो एक ही शाम कोलकाता ने दो तस्वीरें देखीं - एक तरफ शाहरुख और मेसी की यादगार मुलाकात की खुशी, तो दूसरी तरफ हज़ारों फैंस की नाराजगी, हताशा और तोड़फोड़ का मंजर। एक सितारे के लिए प्यार का ऐसा रूप शायद ही पहले कभी देखा गया हो।