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यह डायलॉग सुनते ही हमारे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और याद आती हैं टीवी की प्यारी 'अंगूरी भाभी' यानी शुभांगी अत्रे. पर्दे पर अपनी मासूमियत और कॉमेडी से सबका दिल जीतने वाली शुभांगी की असल जिंदगी की कहानी उतनी ही प्रेरणादायक और चुनौतियों से भरी है, खासकर एक सिंगल मदर के तौर पर. हाल ही में, उन्होंने एक सिंगल वर्किंग मदर होने के अपने सफर के बारे में खुलकर बात की है.

दोहरी जिम्मेदारी, पर मुस्कान कायम

शुभांगी अत्रे ने बताया कि एक एक्ट्रेस की जिंदगी आसान नहीं होती. शूटिंग के घंटे तय नहीं होते, सेट पर लंबा समय बिताना पड़ता है और इन सबके बीच एक बच्चे की अकेले परवरिश करना किसी दोहरी चुनौती से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा होता है जब वह काम और अपनी बेटी आशी की जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश में लगी रहती हैं.

मेरी बेटी ही मेरी दुनिया है: शुभांगी कहती हैं कि उनका पूरा दिन उनकी बेटी आशी के इर्द-गिर्द घूमता है. शूटिंग से पहले वह सुनिश्चित करती हैं कि उनकी बेटी की हर जरूरत पूरी हो. उन्होंने कहा, "जब मैं सेट पर होती हूं, तो मेरा ध्यान काम पर होता है, लेकिन मेरे दिल का एक कोना हमेशा मेरी बेटी के पास होता है. मैं लगातार फोन के जरिए उसके संपर्क में रहती हूं."

कैसे बनाती हैं संतुलन: शुभांगी का मानना ​​है कि समय की मात्रा (quantity) से ज्यादा समय की गुणवत्ता (quality) मायने रखती है. वह कहती हैं, "जब मैं काम से घर लौटती हूं, तो मैं अपना पूरा समय और ध्यान सिर्फ आशी को देती हूं. हम साथ में खाना खाते हैं, बातें करते हैं, पढ़ाई करते हैं. वो पल सिर्फ हमारे होते हैं. यही मेरे लिए सबसे बड़ा स्ट्रेस-बस्टर है."

उनकी कहानी उन सभी सिंगल मदर्स के लिए एक प्रेरणा है जो काम और परिवार की जिम्मेदारियों को एक साथ निभा रही हैं. शुभांगी अत्रे न सिर्फ पर्दे पर एक बेहतरीन कलाकार हैं, बल्कि असल जिंदगी में एक 'सुपर मॉम' भी हैं, जो हर चुनौती का सामना मुस्कान के साथ कर रही हैं.