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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को ख़त्म कराने के लिए एक नई कोशिश में जुट गए हैं, लेकिन इस बार उनका तरीक़ा थोड़ा अलग है. ख़बर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भाव न मिलने के बाद अब ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दरवाज़ा खटखटाया है.
पहले पुतिन ने किया ‘इग्नोर: रिपोर्ट्स के मुताबिक़, डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में व्लादिमीर पुतिन से संपर्क साधकर यूक्रेन के साथ शांति वार्ता की पेशकश की थी. ट्रंप का प्लान था कि अगर वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो दोनों देशों के बीच समझौता करा देंगे. लेकिन पुतिन ने इस पेशकश को यह कहकर एक तरह से ठुकरा दिया कि वह रूस की सुरक्षा शर्तों पर कोई समझौता नहीं करेंगे, चाहे अमेरिका का राष्ट्रपति कोई भी हो.
अब 'सम्मानित व्यक्ति' जिनपिंग से उम्मीद
पुतिन से झटका खाने के बाद ट्रंप ने अपना दाँव बदल दिया है. उन्होंने अब शी जिनपिंग को "एक बहुत सम्मानित व्यक्ति" बताते हुए उनसे इस मामले में मदद माँगी है. ट्रंप का मानना है कि चीन और रूस के रिश्ते काफ़ी अच्छे हैं, इसलिए शायद शी जिनपिंग की बात पुतिन मान लें और बातचीत के लिए तैयार हो जाएँ.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपील करता हूँ कि वह इस मामले में शामिल हों और इस लड़ाई को ख़त्म कराएँ. मुझे पता है कि वह यह काम कर सकते हैं."
यह घटना दिखाती है कि ट्रंप किसी भी तरह यूक्रेन युद्ध का क्रेडिट लेना चाहते हैं, भले ही इसके लिए उन्हें अपने पुराने दुश्मन चीन से ही मदद क्यों न माँगनी पड़े. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शी जिनपिंग उनकी इस अपील पर कोई ध्यान देते हैं या नहीं.