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Up Kiran, Digital Desk: रूस की मशहूर जासूस अन्ना चैपमैन एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। उन्हें रूस की प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी SVR (जो पहले KGB के नाम से जानी जाती थी) से एक नया और महत्वपूर्ण मिशन सौंपा गया है। अन्ना अब 'म्यूजियम ऑफ रशियन इंटेलिजेंस' की प्रमुख बन गई हैं, जो रूस के जासूसी इतिहास और सफलताओं को दुनिया के सामने लाने का उद्देश्य रखता है।
म्यूजियम का उद्देश्य और अन्ना का नया पद
यह म्यूजियम मॉस्को के गोर्की पार्क के पास स्थित है और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की विदेशी जासूसी एजेंसी SVR के प्रेस कार्यालय से जुड़ा हुआ है। म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य रूस की जासूसी के गौरवमयी इतिहास को संरक्षित करना और उसे दुनिया के सामने लाना है। SVR के प्रमुख सर्गेई नारीश्किन की निगरानी में यह संस्थान रूसी जासूसी की बेहतरीन उपलब्धियों का उत्सव मनाएगा और उनकी सफलता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगा।
कौन हैं अन्ना चैपमैन?
अन्ना चैपमैन का असली नाम अन्ना रोमानोवा है और वह एक पूर्व ब्रिटिश नागरिक थीं। 2010 में, अन्ना को अमेरिकी FBI ने न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किया था, जब वह एक रूसी 'स्लीपर सेल' का हिस्सा थीं। गिरफ्तारी के बाद, वह वैश्विक मीडिया में एक प्रमुख चेहरा बन गईं, लेकिन एक हाई-प्रोफाइल जासूसी अदला-बदली के बाद उन्हें मॉस्को वापस भेज दिया गया।
लंदन में करियर की शुरुआत
लंदन में रहते हुए अन्ना ने अपना जासूसी करियर शुरू किया। उनकी आकर्षक व्यक्तित्व और करिश्माई अंदाज ने उन्हें प्रभावशाली लोगों के बीच घुसपैठ करने में मदद की। उन्हें 'ब्लैक विडो' के रूप में पहचान मिली, और उनकी इस पहचान के कारण वे सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गईं।
अपनी आत्मकथा में अन्ना चैपमैन का खुलासा
अन्ना ने अपनी किताब "बॉन्डीअन्ना: टू रशिया विद लव" में खुद को एक असली जेम्स बॉन्ड के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने लिखा कि उनका व्यक्तित्व और आकर्षण उन्हें शक्ति और प्रभावशाली व्यक्तियों तक पहुँचने में मददगार साबित हुआ। अन्ना ने बताया कि उन्होंने अपनी आकर्षक दिखावट को इस तरह से प्रस्तुत किया कि यह पुरुषों पर गहरा प्रभाव डाल सके।
गिरफ्तारी और निर्वासन
2010 में जब FBI ने अन्ना को गिरफ्तार किया, तब यह अमेरिका में एक दशक लंबी छानबीन का हिस्सा था, जिसमें कई अवैध गुप्तचर गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ। इसके बाद, एक जासूसी अदला-बदली के तहत उन्हें रूस वापस भेज दिया गया, जिसमें ब्रिटेन के डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपल भी शामिल थे।
रूस लौटने के बाद का जीवन
रूस लौटने के बाद अन्ना ने अपनी छवि को नया रूप दिया। उन्होंने एक सफल व्यवसायी के रूप में शुरुआत की और टेलीविजन व सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी दर्ज की। वह व्लादिमीर पुतिन की कट्टर समर्थक बनीं और आज एक बच्चे की मां हैं। अब वह अपने असली नाम 'अन्ना रोमानोवा' से सार्वजनिक मंचों पर सक्रिय हैं और रूस की जासूसी के गौरव को दुनिया के सामने लाने में जुटी हुई हैं।