Up Kiran, Digital Desk: दिवाली का त्यौहार... यानी घर, परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां मनाने का दिन। जब हम सब अपने-अपने घरों में दीये जला रहे होते हैं, तब हमारे देश के जवान सरहदों पर तैनात होकर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे होते हैं। उनकी दिवाली, उनकी होली, उनका हर त्यौहार देश के नाम होता है।
लेकिन इस बार गुजरात के कच्छ में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात BSF के जवानों की दिवाली थोड़ी खास बन गई। उनके साथ इस खुशी के मौके पर शरीक होने पहुंचे गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, और उन्होंने जवानों के साथ मिलकर कुछ ऐसा किया जिसकी तस्वीरें और वीडियो अब हर किसी का दिल जीत रहे हैं।
रेगिस्तान में गूंजी देश प्रेम की धुन
कच्छ के रण में, जहां दूर-दूर तक सिर्फ सफेद नमक का रेगिस्तान और कटीली तारें नजर आती हैं, वहां का माहौल उस वक्त देशभक्ति के जज्बे से भर गया जब डिप्टी सीएम नितिन पटेल जवानों के साथ जमीन पर बैठे और उनके साथ सुर में सुर मिलाकर 'वंदे मातरम' गाने लगे।
यह कोई औपचारिक कार्यक्रम नहीं था। यह दिल से निकली एक भावना थी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे जवान पूरे जोश के साथ राष्ट्रगीत गा रहे हैं और उनके साथ बैठे नितिन पटेल भी पूरी श्रद्धा के साथ उनका साथ दे रहे हैं। यह नजारा सिर्फ एक नेता और जवानों का मिलन नहीं था, बल्कि यह उस भावना का प्रतीक था जो हर भारतीय अपने देश के प्रहरियों के लिए महसूस करता है।
जवानों का बढ़ा हौसला, मिला परिवार जैसा अहसास
त्यौहारों के मौके पर जब जवान अपने घर-परिवार से दूर होते हैं, तो उन्हें सबसे ज्यादा अपनों की कमी खलती है। ऐसे में जब कोई उनके पास पहुंचकर उनके साथ वक्त बिताता है, तो उनका हौसला कई गुना बढ़ जाता है। नितिन पटेल ने न सिर्फ जवानों के साथ 'वंदे मातरम' गाया, बल्कि उनके साथ बैठकर उनकी जिंदगी, उनकी मुश्किलों और उनके अनुभवों को भी समझा। उन्होंने जवानों को मिठाइयां खिलाईं और उन्हें यह अहसास दिलाया कि पूरा देश उनके इस बलिदान के लिए उनका आभारी है।
यह तस्वीरें और वीडियो हमें याद दिलाते हैं कि देश प्रेम सिर्फ नारों में नहीं, बल्कि ऐसे छोटे-छोटे और सच्चे लम्हों में बसता है। यह हमें सिखाता है कि हम भले ही सरहद पर जाकर देश की रक्षा न कर सकें, लेकिन जो कर रहे हैं, उनका सम्मान करके और उनके साथ खड़े होकर हम भी अपनी देशभक्ति निभा सकते हैं।

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