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Up kiran,Digital Desk : जब विराट कोहली बल्लेबाज़ी कर रहे होते हैं, तो पूरी दुनिया देखती है। लेकिन जब सुनील गावस्कर जैसा कोई दिग्गज उन्हें देख रहा होता है, तो वो कुछ ऐसा देख लेता है जो शायद हमारी आम आँखों से चूक जाए। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे में भी कुछ ऐसा ही हुआ। भारत मैच भले ही हार गया, लेकिन विराट कोहली की बल्लेबाज़ी देखने के बाद गावस्कर ने जो कहा, वो बताता है कि चैंपियन खिलाड़ी की पहचान क्या होती है। गावस्कर ने साफ़-साफ़ कहा, "एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगा कि वो आज शतक नहीं बनाएँगे। पहली ही गेंद से ऐसा लग रहा था मानो वो राँची वाली पारी को ही आगे बढ़ाने आए हैं।"

उस एक शॉट ने सब कुछ बता दिया

अब आप सोच रहे होंगे कि गावस्कर को पहली ही गेंद पर ऐसा क्या दिख गया? उन्होंने बताया कि कोहली ने अपनी पारी की शुरुआत एक ऐसे शॉट से की जो वो अक्सर नहीं खेलते - हुक शॉट पर छक्का! गावस्कर ने कहा कि यह शॉट बताता है कि खिलाड़ी किस कमाल के आत्मविश्वास में है। और बस, उसी एक शॉट ने गावस्कर को यह यक़ीन दिला दिया था कि आज कोहली का दिन है।

एक शानदार पार्टनरशिप और एक सीनियर की पहचान

कहानी सिर्फ़ उनके 102 रनों की नहीं है, बल्कि उस शानदार पार्टनरशिप की भी है जो उन्होंने युवा बल्लेबाज़ रुतुराज गायकवाड़ के साथ निभाई। दोनों ने मिलकर 195 रन जोड़े, जो एक रिकॉर्ड है। गावस्कर ने उस पल को ख़ास तौर पर याद किया जब जायसवाल के आउट होने के बाद रुतुराज क्रीज़ पर आए और पहली ही गेंद पर चौका मारा। गावस्कर ने बताया, "कोहली तुरंत उनके पास गए और उनका हौसला बढ़ाया। एक सीनियर खिलाड़ी का यही काम होता है।"

तो फिर भारत मैच कैसे हार गया?

लेकिन कहते हैं न, क्रिकेट एक टीम गेम है। एक अकेला योद्धा कब तक लड़ता? गावस्कर ने हार की सबसे बड़ी वजह टॉस को बताया। भारत लगातार 20वीं बार टॉस हारा था और मैदान पर इतनी ज़्यादा ओस थी कि गेंद गीली हो रही थी। गीली गेंद से न तो गेंदबाज़ सही से ग्रिप बना पा रहे थे और न ही फ़ील्डर। गावस्कर के मुताबिक, इसी एक चीज़ ने पूरा मैच पलट दिया।

कुल मिलाकर, भारत भले ही मैच हार गया, लेकिन विराट कोहली ने अपनी 53वीं वनडे सेंचुरी के साथ एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें क्यों इस दौर का सबसे बड़ा बल्लेबाज़ कहा जाता है।