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Up Kiran, Digital Desk: गोल्डन बॉय' नीरज चोपड़ा जब वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेंगे, तो पूरा देश सांसें थामकर उन्हें देखेगा। नीरज सिर्फ एक एथलीट नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की उम्मीद हैं। उनका हर थ्रो इतिहास की किताब में एक नया पन्ना जोड़ता है।

आइए, फाइनल के इस महामुकाबले से पहले याद करते हैं नीरज चोपड़ा के करियर के उन 5 सबसे बेहतरीन थ्रो को, जब उनके 'गोल्डन आर्म' से निकले भाले ने दुनिया को हैरान कर दिया था।

5. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप, यूजीन (2022) - 88.13 मीटर

यह वो ऐतिहासिक पल था जब नीरज ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के 19 साल लंबे पदक के सूखे को खत्म किया था। अमेरिका के यूजीन में हुए इस फाइनल में उन्होंने 88.13 मीटर का थ्रो फेंककर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इस एक थ्रो ने उन्हें अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाला दूसरा भारतीय बना दिया।

4. पावो नुरमी गेम्स, फिनलैंड (2022) - 89.30 मीटर

चोट से लगभग एक साल बाद वापसी कर रहे नीरज पर सबकी निगाहें थीं। और उन्होंने क्या शानदार वापसी की! फिनलैंड में हुए पावो नुरमी गेम्स में उन्होंने 89.30 मीटर दूर भाला फेंककर अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया और सिल्वर मेडल जीता। यह थ्रो इस बात का सबूत था कि नीरज पहले से भी ज़्यादा खतरनाक होकर लौटे हैं।

3. ज्यूरिख डायमंड लीग फाइनल (2022) - 88.44 मीटर

यह वो दिन था जब नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रचा। ज्यूरिख में हुए ग्रैंड फिनाले में, अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 88.44 मीटर का शानदार थ्रो फेंका और सीधा गोल्ड पर निशाना साधा। यह जीत इसलिए भी ख़ास थी क्योंकि डायमंड लीग को एथलेटिक्स की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में से एक माना जाता है।

2. लुसाने डायमंड लीग (2022) - 89.08 मीटर

नीरज चोपड़ा के लिए यह एक और ऐतिहासिक दिन था। लुसाने में उन्होंने अपने पहले ही थ्रो में 89.08 मीटर की दूरी नाप दी। इस थ्रो के साथ उन्होंने न सिर्फ गोल्ड मेडल जीता, बल्कि वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया।

1. स्टॉकहोम डायमंड लीग (2022) - 89.94 मीटर

और यह है नीरज के करियर का अब तक का सबसे बेहतरीन, सबसे लंबा थ्रो! स्टॉकहोम में हुई डायमंड लीग में नीरज 90 मीटर के जादुई आंकड़े से सिर्फ 6 सेंटीमीटर दूर रह गए थे। उन्होंने 89.94 मीटर का अविश्वसनीय थ्रो फेंककर अपना ही नेशनल रिकॉर्ड फिर से तोड़ दिया। भले ही वह 90 मीटर क्लब में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन इस थ्रो ने दुनिया को दिखा दिया कि वह कुछ भी करने में सक्षम हैं।