
Up Kiran, Digital Desk: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम मैदान पर उतरेगी, तो उनका अंदाज कुछ बदला-बदला सा होगा. हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली यह टीम अपनी नीली जर्सी की जगह गुलाबी जर्सी में नजर आएगी. यह सिर्फ एक रंग का बदलाव नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बहुत ही खास और नेक मकसद छिपा है.
क्यों पहनेगी टीम इंडिया पिंक जर्सी?
भारतीय टीम यह स्पेशल पिंक जर्सी स्तन कैंसर (Breast Cancer) और 'एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया' (खून का एक प्रकार का कैंसर) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पहन रही है. यह कदम 'HOPE. Dream. Rise' अभियान का हिस्सा है, जिसे डॉ. एस. एस. जीवन कुमार (उज्जवल ट्रस्ट) ने शुरू किया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य इन गंभीर बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करना और इससे लड़ रहे लोगों की मदद के लिए फंड इकट्ठा करना है.
यह पहली बार है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस तरह के किसी खास सामाजिक अभियान के लिए एक स्पेशल जर्सी पहनकर मैदान पर उतरेगी. इस मैच में टीम की जर्सी बनाने वाली कंपनी प्यूमा (Puma) भी सहयोग कर रही है.
"पिंक ODI" की परंपरा: पुरुष क्रिकेट में "पिंक ODI" एक जाना-माना कॉन्सेप्ट है. दक्षिण अफ्रीका की पुरुष टीम हर साल अपने घर में एक वनडे मैच पिंक जर्सी पहनकर खेलती है, ताकि स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके. भारत में भी, टाटा मेमोरियल अस्पताल के समर्थन में कुछ टी20 फ्रेंचाइजी टीमों ने इस तरह की पहल की है. अब महिला टीम का इस अभियान से जुड़ना एक बहुत बड़ा और सराहनीय कदम है, जिससे इस नेक काम को और भी ज्यादा बल मिलेगा.
मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया पहले ही सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना चुकी है. ऐसे में, यह आखिरी मैच भारतीय टीम के लिए सम्मान बचाने का एक मौका होगा. इस खास मकसद के साथ मैदान पर उतरकर, टीम इंडिया न केवल मैच जीतना चाहेगी, बल्कि समाज को एक बड़ा संदेश भी देगी.