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Up Kiran, Digital Desk: पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास बीसीसीआई अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे नजर आ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट के शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को एक अनौपचारिक बैठक की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के इस क्रिकेटर ने सौरव गांगुली और हरभजन सिंह जैसे दिग्गजों को पछाड़ दिया।

मिथुन मन्हास की बात करें तो वे 45 वर्ष के हैं और दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं। उन्होंने दिल्ली टीम की कप्तानी भी की और कोचिंग में भी सक्रिय भूमिका निभाई। अपने शांत स्वभाव और खेल की गहरी समझ के लिए जाने जाने वाले मन्हास, क्रिकेट के विकास में निरंतर जुड़े रहे हैं।

उनका क्रिकेट करियर 1997/98 में दिल्ली से शुरू हुआ। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल कीं, जिनमें 2007-08 सीजन में 57.56 की औसत से 921 रन बनाना शामिल है। युवा विराट कोहली भी उनके नेतृत्व में खेल चुके हैं। मन्हास ने 157 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 27 शतकों के साथ कुल 9714 रन बनाए। आईपीएल में भी उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला।

रिटायरमेंट के बाद, मन्हास ने कोचिंग की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के सहायक कोच के रूप में काम किया। इसके अलावा वे बांग्लादेश अंडर-19 टीम के बल्लेबाजी सलाहकार भी रह चुके हैं।

सूत्रों का कहना है कि कई वरिष्ठ प्रशासक उन्हें एक सर्वसम्मत उम्मीदवार मानते हैं। उनकी प्रथम श्रेणी क्रिकेट और कोचिंग का अनुभव बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए उन्हें मजबूती देता है।

बीसीसीआई के वरिष्ठ सदस्य और राज्य के अधिकारी शनिवार को हुई बैठक में अध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा कर रहे थे। हालांकि कुछ अनुभवी प्रशासकों के नाम भी उभरे, पर मन्हास को प्रभावशाली समर्थन मिला है।

बीसीसीआई अध्यक्ष पद भारतीय क्रिकेट के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस साल के अंत में आईसीसी चुनाव भी होने हैं, जिसके कारण इस पद पर ध्यान ज्यादा है। अगर मन्हास चुने जाते हैं, तो वे सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी जैसे पूर्व खिलाड़ियों के छोटे समूह में शामिल होंगे जिन्होंने बीसीसीआई का नेतृत्व किया है।

अंतिम फैसला राज्य इकाइयों के बीच सहमति पर निर्भर करेगा।