img

Up Kiran, Digital Desk: रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है। और शुभमन गिल को कप्तान के रूप में देखना दिलचस्प होगा। वह निश्चित रूप से एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपना भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया फैसला लगता है।

जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर बीसीसीआई की चिंताएं भी जायज हैं। एक तेज गेंदबाज के लिए निरंतर सभी प्रारूपों में खेलना मुश्किल होता है, खासकर चोट से वापसी के बाद। उप-कप्तानी न देने का तर्क भी समझ में आता है।

विराट कोहली के संन्यास की खबरें भी हैरान करने वाली हैं। अगर यह सच है तो भारतीय टेस्ट टीम में दो बड़े अनुभवी खिलाड़ियों की कमी खलेगी। बीसीसीआई का उनसे पुनर्विचार करने का आग्रह करना स्वाभाविक है। उनका अनुभव टीम के लिए बहुत अहम है।

यह सुनकर थोड़ा अजीब लगा कि चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड सीरीज के लिए कोहली को फिर से कप्तान बनाने के बारे में सोचा था। गिल को कप्तानी में ढलने का समय देना एक अच्छा विचार हो सकता है, मगर कोहली को वापस कप्तानी देना थोड़ा पीछे हटने जैसा लगता है।

केएल राहुल एक अच्छे खिलाड़ी हैं, मगर उनकी उम्र और निरंतरता की समस्या शायद उनके खिलाफ गई। यशस्वी जायसवाल के साथ उनकी सलामी जोड़ी देखना जरूर रोमांचक होगा।

कुल मिलाकर भारतीय टेस्ट क्रिकेट एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। गिल और पंत को नई भूमिकाओं में देखना और रोहित और संभावित रूप से कोहली के बिना टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है ये देखना दिलचस्प होगा। ये युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बड़ा अवसर है।

--Advertisement--