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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में दरार दिखाई दी है। उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने भाई और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए राजनीति छोड़ने और परिवार से अलग होने की घोषणा की है।

रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें परिवार और पार्टी के कुछ नेताओं ने अपमानित किया, दुर्व्यवहार किया और शारीरिक धमकियाँ दी गई। उन्होंने कहा कि वह अपने स्वाभिमान और मूल्यों के लिए खड़ी रहीं। उन्होंने तेजस्वी यादव और राजद सांसद संजय यादव को परिवार से बाहर करने का आरोप लगाया।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजद का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा। 243 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी ने 140 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद सिर्फ 25 सीटें ही जीतीं। इस चुनावी हार के बाद परिवार और पार्टी में अंदरूनी कलह की खबरें सामने आ रही हैं।

राजनीतिक और बाहरी प्रतिक्रियाएँ

मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख, ने कहा कि चुनाव में हार के बाद पारिवारिक विवाद आम बात है। उन्होंने किसी एक व्यक्ति को दोषी ठहराने की बजाय नेताओं को आत्मचिंतन करने और गलतियों से सीख लेने की सलाह दी।

दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री और लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने यादव परिवार की आलोचना किए बिना शांति और एकता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद के बावजूद परिवार की एकता महत्वपूर्ण है और उन्होंने रोहिणी आचार्य के दर्द के प्रति सहानुभूति जताई।

रोहिणी आचार्य के आरोप

रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्हें परिवार और पार्टी के कुछ नेताओं ने अपमानित किया, दुर्व्यवहार किया और शारीरिक धमकियाँ दीं। उन्होंने अपने स्वाभिमान का बचाव करते हुए राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया। रोहिणी ने यह भी कहा कि उनका कोई परिवार नहीं है और उन्हें अपने मायके छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।