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Up Kiran, Digital Desk: क्रिकेट की दुनिया में कुछ रिश्ते इतने गहरे होते हैं कि उनका टूटना एक युग के खत्म होने जैसा लगता है। ऐसा ही एक रिश्ता था 'द वॉल' राहुल द्रविड़ और उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स का। लेकिन अब, यह सफ़र अपने अंत पर आ गया है। आईपीएल 2026 सीज़न शुरू होने से पहले, भारतीय क्रिकेट की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच के पद से हटने का फैसला कर लिया है। यह ख़बर सिर्फ़ राजस्थान रॉयल्स के फैंस के लिए ही नहीं, बल्कि हर क्रिकेट प्रेमी के लिए एक भावुक पल है।

क्यों ख़ास था यह रिश्ता?

राहुल द्रविड़ और राजस्थान रॉयल्स का रिश्ता सिर्फ़ एक कोच और टीम का नहीं था। यह वहीं टीम है जहाँ द्रविड़ ने एक खिलाड़ी के तौर पर अपने आईपीएल करियर के आखिरी साल खेले, कप्तानी की, और फिर मेंटोर बनकर युवा खिलाड़ियों को तराशा। उन्होंने इस टीम को अपनी सोच और अपनी क्लास दी। संजू सैमसन जैसे आज के बड़े खिलाड़ियों को निखारने में द्रविड़ का एक बहुत बड़ा हाथ रहा है। वह इस टीम की नींव के पत्थर की तरह थे।

क्यों लिया द्रविड़ ने यह मुश्किल फैसला?

इस इस्तीफे का कोई एक आधिकारिक कारण सामने नहीं आया लेकिन क्रिकेट के गलियारों में कुछ बातें चल रही 

टीम इंडिया पर फ़ोकस: राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम के भी मुख्य कोच हैं। हो सकता है कि वह अपना पूरा समय और ऊर्जा अब सिर्फ़ टीम इंडिया को देना चाहते हों, ताकि 2026 में होने वाले बड़े टूर्नामेंटों के लिए एक मज़बूत टीम तैयार कर सकें।

नए विचारों का स्वागत: कभी-कभी एक लंबे समय के बाद टीम को भी एक नई सोच और नई दिशा की ज़रूरत होती है। हो सकता है कि द्रविड़ और मैनेजमेंट, दोनों को लगा हो कि अब टीम को एक नए कोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

अब आगे क्या:द्रविड़ के जाने से राजस्थान रॉयल्स के लिए एक बहुत बड़ी जगह खाली हो गई है, जिसे भरना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। अब टीम मैनेजमेंट के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी, एक ऐसा नया कोच ढूंढना जो द्रविड़ की विरासत को आगे बढ़ा सके।

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