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Up Kiran, Digital Desk: कहते हैं कुछ लोग दुनिया से चले जाते हैं, लेकिन दिलों से कभी नहीं जाते। कन्नड़ सिनेमा के 'पावर स्टार' पुनीत राजकुमार, जिन्हें उनके करोड़ों प्रशंसक प्यार से 'अप्पू' कहते थे, ऐसे ही एक सितारे थे। आज उनकी चौथी पुण्यतिथि पर पूरा कर्नाटक एक बार फिर भावुक हो गया। फैंस की आंखें नम थीं, लेकिन दिलों में उनकी यादें, उनकी मुस्कान और उनके नेक काम आज भी जिंदा हैं।

सिर्फ एक एक्टर नहीं, एक भावना थे 'अppu'

पुनीत राजकुमार सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं थे, बल्कि वह कर्नाटक के लोगों के लिए एक भावना थे, एक प्रेरणा थे। उन्होंने अपने अभिनय से तो सबका दिल जीता ही, लेकिन उससे कहीं ज़्यादा उन्होंने अपने सामाजिक कार्यों और अपनी विनम्रता से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। वह एक ऐसे सितारे थे जो ज़मीन से जुड़े थे और हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे।

कैसे याद कर रहे हैं फैंस?आज सुबह से ही पूरे कर्नाटक में फैंस अपने प्रिय 'अप्पू' को अलग-अलग तरीकों से श्रद्धांजलि दे रहे हैं:

कंतीरवा स्टूडियो में सैलाब: बेंगलुरु के कंतीरवा स्टूडियो में स्थित उनकी समाधि पर हजारों की संख्या में प्रशंसक उमड़ पड़े हैं। लोग फूल चढ़ाकर, दीये जलाकर और प्रार्थना करके उन्हें याद कर रहे हैं।

रक्तदान और अन्नदान: पुनीत राजकुमार हमेशा सामाजिक कार्यों में आगे रहते थे। उन्हीं के रास्ते पर चलते हुए, फैंस ने राज्य भर में रक्तदान शिविर, मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर और अन्नदान कार्यक्रमों का आयोजन किया । यह इस बात का सबूत है कि 'अप्पू' की अच्छाई की विरासत आज भी जीवित है।

सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट: ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सुबह से ही #PuneethRajkumar और AppuLivesOn जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। फैंस उनकी पुरानी तस्वीरें, वीडियो और उनके साथ जुड़ी अपनी यादें साझा कर रहे हैं।

चार साल बीत गए, लेकिन ऐसा एक भी दिन नहीं बीता जब कर्नाटक के लोगों ने पुनीत राजकुमार को याद न किया हो। उनकी फिल्में आज भी उतनी ही शिद्दत से देखी जाती हैं, उनके गाने आज भी लोगों की जुबान पर हैं, और उनके नेक काम आज भी लाखों लोगों को प्रेरणा दे रहे हैं। 'अप्पू' ने साबित कर दिया कि असली स्टार वो नहीं होता जो आसमान में चमकता है, असली स्टार वो होता है जो लोगों के दिलों में हमेशा के लिए बस जाता है।