
कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया को लेकर चल रही अटकलों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय उच्च पार्टी नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, जिससे सवाल खड़े हुए कि क्या मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली होने वाली है ।
संयुक्त बयान में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा और सिद्दरमैया पूरे पांच साल कार्यकाल पूरा करेंगे । सिद्दरमैया ने खुद भी पत्रकारों से कहा कि उनकी कुर्सी खाली नहीं है और ऐसी अफवाहें निराधार हैं ।
मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री जमीर अहमद खान ने कहा, “सिद्धारमैया आग की तरह मजबूत हैं — जिन्हें छूने की हिम्मत होगी, वे जल जाएंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि न तो मुख्यमंत्री पद खाली है, न ही किसी अन्य पद पर कोई बदलाव की स्थिति है ।
बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। तेजस्वी सूर्या ने सवाल उठाए कि निर्णय आखिरकार किसका होगा – हाईकमान का या गांधी परिवार का । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मांग की कि सिद्दरमैया जमीन घोटाले के आरोपों की जांच तक इस्तीफा दें ।
दूसरी ओर, कांग्रेस के भीतर डी.के. शिवकुमार समर्थक विधायकों की संख्या करीब सौ बताई जा रही है, जो कहते हैं कि दिसंबर से नए मुख्यमंत्री की संभावना बढ़ सकती है । लेकिन आलाकमान ने अभी तक बदलाव से साफ इंकार किया है और सुरजेवाला ने इसे “कल्पना” करार दिया है ।
कुल मिलाकर, फिलहाल मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के इस कार्यकाल को पूरा करने की संभावना अधिक दिख रही है। कांग्रेस हाईकमान स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है, जबकि बीजेपी इसे अस्थिरता की साजिश कहकर निशाना साध रही है।
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